आचार सहिंता की वजह से नहीं किया गया घोषणा
वित्त मंत्रालय ने और भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को बॉरोईंग कैलेंडर को अंतिम रूप दिया। यह कैलेंडर वित्त वर्ष 2019-20 में अप्रैल-सितंबर के लिए किया गया है। वित्त मंत्रालय ने आचार सहिंता को ध्यान में रखते हुए इस बारे में कोई घोषणा नहीं किया। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होने वाले हैं। 23 मई को चुनावी नतीजों की घोषणा होनी हैं।
नए वित्त वर्ष में सरकार ने 7.10 लाख करोड़ रुपए का रखा है लक्ष्य
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने चुनाव आयोग की अनुमति मांगी है ताकि आगामी वित्त वर्ष में बॉरोईंग शेड्यूल के बारे में जानकारी दे सकें।” बता दें कि सरकार चालू वित्त वर्ष में अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए बाजार से पैसे बॉरो करती है। राजकोषीय घाटा सरकार के कुल खर्च व कुल रसीद का अंतर होता है।
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