Coal ब्लॉक नीलामी में बोले PM Modi, उद्योग जगत के पास इतिहास बनाने का मौका
‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ की बात करें तो लॉकडाउन के दौरान रोजी-रोटी बंद हो जाने की वजह अपने घरों को वापस लौट चुके मजदूरों के रोजगार और पुनर्वास को ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ नाम दिया गया है। ये अभियान 6 राज्यों में 116 जिलों में 125 दिनों का ये अभियान प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए है।
25 तरह के कामों के अन्तर्गत मिलेगा रोजगार-
गरीब कल्याण रोजगार अभियान (PMGKY) में 25 तरह के कामों की लिस्ट बनाई गई है. इस योजना के तहत लगभग 60 लाख मजदूरों को उनकी स्किल के हिसाब से काम देने की योजना बनायी गई है। योजना के अन्तर्गत सरकार 50,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी । यह अभियान केंद्र सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का हिस्सा है।
इन राज्यों में चलाया जाएगा अभियान – लोगों को रोजगार मुहैया कराने के साथ इस योजना से ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास भी हो सकेगा। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा को इस अभियान के तहत चुना गया है. इन राज्यों के 27 जिले भी इसमें शामिल हैं