विदेशी निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था में जता रहे भरोसा, बढ़ रहा एफपीआइ
- 10 देशों की भारत के एफपीआइ में करीब 83 फीसदी हिस्सेदारी।
- विदेशी निवेशकों को भाया: चालू वित्त वर्ष में 2 लाख 51 हजार करोड़ से अधिक का निवेश।
- 537 अरब डॉलर का घरेलू शेयर मार्केट में अब तक निवेश।
- 51.38 अरब डॉलर का निवेश किया है बॉन्ड मार्केट में ।

नई दिल्ली । तेजी से सुधर रही भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशक भी भरोसा जता रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत के तहत घोषित राहत पैकेज से बाजारों में बूम है। इसकी ओर आकर्षित हो भारत में विदेशी संविभाग निवेश (एफपीआइ) चालू वित्त वर्ष (2020-21) में लगातार बढ़ रहा है। इस वित्त वर्ष में 19 फरवरी तक विदेशी निवेशकों ने 2 लाख 51 हजार करोड़ से अधिक का निवेश भारतीय बाजारों में किया है। इससे पहले वित्त वर्ष 2014-15 में सर्वाधिक 2 लाख 77 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आया था।
फाइनेंशियल सर्विसेस सेक्टर सबसे आगे-
सेक्टर के लिहाज से सबसे ज्यादा 191.3 अरब डॉलर का निवेश फाइनेंशियल सर्विसेस सेक्टर में हुआ। सॉफ्टवेयर, ऑयल एंड गैस सहित बीमा सेक्टर भी 10 सबसे ज्यादा निवेश वाले सेक्टर में शामिल हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुल निवेश में बड़ी हिस्सेदारी शेयर मार्केट की है। निवेशकों ने घरेलू शेयर मार्केट में अब तक 537.4 अरब डॉलर और बॉन्ड मार्केट में 51.38 अरब डॉलर का निवेश किया है।
कोरोना ने किया था प्रभावित-
आंकड़ों के मुताबिक, 2018-19 और 2019-20 के दौरान एफपीआइ निवेश कमजोर रहा था। वित्त वर्ष 2019-20 में कमजोर विदेशी निवेश की वजह कोरोना महामारी रही, क्योंकि मार्च में लॉकडाउन के ऐलान से शेयर बाजार करीब 35 फीसदी तक गिर गया था।
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