आंकड़ों के अनुसार
डिपॉजिटरीज के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, एक से 12 जनवरी के बीच कुल नौ कारोबारी दिवसों में एफपीआई ने 3,677 करोड़ रुपये की निकासी की है। हालांकि समीक्षावधि में उन्होंने 1,872 करोड़ रुपये ऋण बाजार में निवेश किए हैं।
किसी भी नतीजे पर पहुंचने के लिए जल्दबाजी ठीक नहीं
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के शोध विभाग में वरिष्ठ विश्लेषण प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हो सकता है कि यह साल के लिए अच्छी शुरुआत ना हो, लेकिन किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए यह जल्दबाजी होगी। हालांकि विदेशी निवेशकों का रुख भले ही सावधानी भरा है, लेकिन यह भारत के प्रति उनके सकारात्मक रुख का ही संकेत करता है।’’
ये साल उतार-चढ़ाव भरा रहेगा
ऑनलाइन निवेश मंच ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने कहा कि ब्याज दरों में वृद्धि और डॉलर में अस्थिरता के चलते 2019 काफी उतार-चढ़ाव भरा साल रहने वाला है, लेकिन लघु अवधि की राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद भारतीय बाजार में विकसित अर्थव्यवस्थाओं की अपेक्षा उतना उतार-चढ़ाव नहीं होगा।
(ये कॉपी भाषा से ली गई है।)
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