शादी के बाद EPFO अकाउंट में करवाना पड़ता है बदलाव, नहीं तो फंस सकता है पैसा
क्या होगा खास-
दरअसल सरकार इस सेक्टर को ‘टर्नअराउंड कैपिटल’ देकर लॉकडाउन खत्म होने के बाद कारोबार को नए सिरे से शुरू करने में मददगार साबित हो सकती है । इसीलिए सरकार इस तरह के कदम उठा सकती है। इस पैकेज से एक्सपोर्ट्स, एविएशन, कंस्ट्रक्शन सहित उन सेक्टर को राहत मिलेगी जिनमें बड़ी तादाद में मजदूरों की जरूरत होती है।
बताया तो ये भी जा रहा है कि ये पैकेज 20000 करोड़ का हो सकता है। एक सीनियर सरकारी अधिकारी के मुताबिक सरकार द्वारा आर्थिक राहत एजेंडा को लेकर अभी सभी क्षेत्रों की जरूरत का आकलन किया जा रहा है। बाद में जरूरत के हिसाब से पैकेज की घोषणा की जाएगी।
पहले दे चुकी है आर्थिक पैकेज- सरकार इससे पहले 26 मार्च को 1.7 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा कर चुकी है। जिसमें 80 करोड़ गरीब लोगों को अगले तीन महीने तक 5 किलो गेहूं या चावल और दाल मुफ्त देने से लेकर मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी बढ़ाने और स्वास्थ्य कर्मियों को 50-50 लाख का बीमा देने का ऐलान किया गया था ।