इसलिए हो रहा मर्जर देश में इस समय कुल 21 सरकारी बैंक हैं। इनमें से हाल ही में सरकार ने तीन
बैंकों का विलय कर एक बैंक बनाने की घोषणा की है। जानकारों के अनुसार, आने वाले समय में सरकार पंजाब नेशनल बैंक के साथ अन्य बैंकों का मर्जर कर सकती है। संभावना जताई जा रही है कि ओबीसी, इलाहाबाद बैंक, कारपोरेशन बैंक और इंडियन बैंक का पंजाब नेशनल बैंक में विलय किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक में तीन बैंकों की ही विलय कर सकती है। इसका कारण यह है कि सरकार तीन-तीन के ग्रुप में ही मर्जर करना चाहती है। दरअसल, सरकार बैंकों के मर्जर के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूती देना चाहती है और इसके संकेत सरकार ने पहले ही दिए थे। इसके अलावा कई ब्रोकरेज फर्म भी बैंकों के मर्जर की वकालत कर चुकी हैं।
दो चरणों में होगा सभी बैंकों का विलय जी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार देश के सभी बैंकों का विलय दो चरणों में करना चाहती है। पहले चरण में कुल 21 सरकारी बैंकों को घटाकर इनकी संख्या 12 की जा सकती है। इन बैंकों के विलय की सफलता के बाद अगले चरण में सरकार बैंकों की संख्या को घटाकर 5या 6 किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों के विलय के लिए सरकार ने एक वैकल्पिक व्यवस्था भी की है। इस व्यवस्था के तहत सरकार एक मर्जर की सफलता के बाद अन्य बैंकों का विलय करेगी।
ये बैंक हो सकते हैं खत्म रिपोर्ट के अनुसार अगले चरण में पंजाब नेशनल बैंक में ओबीसी, इलाहाबाद बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, इंडियन बैंक का विलय हो सकता है। इसके अलावा केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूको बैंक का विलय होने की खबरें हैं। यूनियन बैंक में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया में आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र का विलय किया जा सकता है।