कुल खपत का आधा नेचूरल गैस अायात करता है भारत
कुछ देशों में आैसत दाम के आधार पर नेचूरल गैस के दामों को प्रत्येक 6 माह में तय किया जाता है। इन देशों में अमरीका, रूस आैर कनाडा शामिल है। आपको बता दें कि भारत में कुल नेचूरल गैस खपत का अाधा हिस्सा अायात करता है। भारत में आयात होने वाले नेचूरल गैस की लागत घरेलू दर के दोगूने से भी अधिक होते है। लागू किया जाने वाला नया दर अप्रैल से अगले 6 माह के लागू होगा। लागू होने के बाद ये दर सितंबर 2016 के बाद सबसे उच्चतम होगा। वहीं घरेलू उत्पादों में कोर्इ बढ़ोतरी नहीं किया जाएगा।
6 माह पहले भी हुआ था बढ़ोतरी
इस बढ़ोतरी के बाद एक तरफ जहां आेएनजीसी आैर रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी उत्पादक कंपनियों की कमार्इ में बढ़ोतरी हो जाएगी वहीं दूसरी तरफ देश में सीएनजी के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है। अंतिम बार सरकार ने अक्टूबर 2017 में नेचूरल गैस की कीमतों में बढ़ाेतरी करके 2.89 डाॅलर प्रति एमबीटीयू किया था। इसके पहले इसकी दर छह माह पहले 2.48 डाॅलर था जिसमें सरकार ने 0.41 पैसे की बढ़ोतरी किया था। इसी तरह आलोच्य अवधि की बढ़ोतरी पिछले तीन सालों में पहली बढ़ोतरी रही।