नई दिल्ली। सरकार ने दालों की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर पांच हजार टन अरहर और इतनी ही मात्रा में उड़द दाल आयात करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी एमएमटीसी दालों का आयात करेगी।
आयातित दाल की पहली खेप मुंबई में पांच सितंबर तक पहुंच जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने वर्ष 2006 से 2011 के दौरान चार सरकारी कम्पनियों को दालों के आयात तथा उसकी बिक्री से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 113.40 करोड़ रूपए जारी करने की मंजूरी दी।
राष्ट्रीय कृषि सहकारिता विपणन महासंघ(नैफेड) प्रोजेक्ट एंड इक्विपमेंट कारपोरेशन, स्टेट ट्रेडिंग कारपोरेशन और मेटल एंड मिनरल ट्रेडिंग कारपोरेशन को दालों की बिक्री से नुकसान की भरपाई के लिए यह राशि जारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि अरहर दाल की कीमत बाजार में 150 रूपए किलो तक पहुंच गई है। सरकार ने विशेषकर प्याज और दालों की कीमतों पर नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर इनका आयात शुरू किया है।