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सरकार का बड़ा फैसला: घर खरीदारों अब मिलेगी बड़ी राहत, IBC कोड में होगा बदलाव

locationनई दिल्लीPublished: May 23, 2018 07:09:07 pm

Submitted by:

manish ranjan

सरकार ने घर खरीदारों को बड़ी राहत देते हुए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोडमें बदलाव के लिए अध्यादेश लाने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी।

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सरकार का बड़ा फैसला: घर खरीदारों अब मिलेगी बड़ी राहत, IBC कोड में होगा बदलाव

नई दिल्ली। सरकार ने घर खरीदारों को बड़ी राहत देते हुए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोडमें बदलाव के लिए अध्यादेश लाने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी। इसके बाद अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में होम बायर्स को फाइनेंशियल क्रेडिटर्स का दर्जा मिलेगा और बिल्‍डर की संपत्ति नीलाम होने पर होम बायर्स को भी हिस्‍सा मिलेगा।
90 दिनों से ज्यादा नहीं रोक सकेंगे राशि
सरकार ने आईबीसी में संशोधन करके उन कंपनियों के प्रमोटरों को नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) की ओर से कार्रवाई शुरू हो जाने के बाद नीलाम हो रही किसी कंपनी के लिए बोली लगाने पर रोक लगा दी गई जिसे दिया गया लोन बैंकों को नॉन-परफॉर्मिंग ऐसेट्स (एनपीए) घोषित करनी पड़ी। ध्यान रहे कि जब लोन की ईएमआई 90 दिनों तक रुक जाए तो उसे एनपीए घोषित कर दिया जाता है।
क्यों लिया फैसला
सरकार ने कहा कि प्रमोटरों को बैंकों को चूना लगाकर अपनी ही कंपनी औने-पौने दाम में वापस पाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, सरकार ने बैंकों का बकाया चुकानेवाले प्रमोटरों को बोली लगाने की अनुमति जरूर दे दी। एक सूत्र ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘लोन डिफॉल्टर्स पर वास्विक दबाव बकाया वापस करने का है। आईबीसी की वजह से कर्ज लेने और देने की संस्कृति बदल रही है। आईबीसी में संशोधन का उद्योग जगत ने कड़ा विरोध किया क्योंकि एस्सर ग्रुप के रुइया, भूषण ग्रुप के सिंघल और जयप्रकाश ग्रुप के गौड़ जैसे नामी-गिरामी औद्योगिक घरानों को रेजॉलुशन प्रोसेस में भाग लेने से रोक दिया गया। एक आशंका यह भी थी कि बड़े पैमाने पर कंपनियों अयोग्य घोषित कर दिए जाने के कारण नीलाम हो रही कंपनियों के लिए बड़ी बोलियां नहीं लग पाएंगी, जिससे बैंकों को अपने लोन का छोटा हिस्सा ही वापस मिल सकेगा। एक सूत्र ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘लोन डिफॉल्टर्स पर वास्विक दबाव बकाया वापस करने का है। आईबीसी की वजह से कर्ज लेने और देने की संस्कृति बदल रही है।’
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