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केंद्रीय उत्पाद शुल्क और खुफिया माहनिदेश को भेजा गया मामला
प्रवक्ता ने कहा, “यह गिरोह अप्रैल 2018 से संचालित था। यह फर्जी जीएसटी दस्तावेज तथा फर्जी ई-बिल्स दस्तावेज बनाने का काम करता था।” उन्होंने कहा कि गिरोह की संचालक महिला एंटरप्राइजेज, महिला गारमेंट्स और एआर इलेक्ट्रिकल्स के मालिक दिल्ली निवासी राजीव भाटिया के रूप में हुई और यह घोटाला पीके ट्रेडर्स, संतोष ट्रेडर्स, रवीश ट्रेडर्स, खान एंटरप्राइजेज और महिला ट्रेड मार्ट नाम के फर्जी जीएसटी धारकों के नाम से चल रहा था। बिक्री कर विभाग ने आगे की जांच के लिए यह मामला केंद्रीय उत्पाद शुल्क और खुफिया के महानिदेशक को भेज दिया है।
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