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सड़क सुरक्षा सप्ताह: पहले 2-3 दिन जागरूकता कार्यक्रमों पर फोकस

locationनई दिल्लीPublished: Jan 18, 2016 11:39:00 am

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 इस बार का सड़क सुरक्षा अभियान कुछ अलग अंदाज में
दिखेगा। अभियान के दौरान बच्चों की रैलियां, स्कूलों में वार्ताओं जैसे कार्यक्रमों के साथ एक्सीडेंटल जोन पर बेरियर आदि भी लगाए जाएंगे।

सड़क सुरक्षा अभियान यानि जगह-जगह पुलिस व परिवहन विभाग का पहरा और दो सौ-पांच सौ रुपए का फटका. . .। कुछ यही मानसिकता रहती है अभियान को लेकर वाहनधारियों की, लेकिन इस बार का सड़क सुरक्षा अभियान कुछ अलग अंदाज में दिखेगा।

राजस्थान पत्रिका की पहल पर प्रशासन और पुलिस विभाग अब अभियान को सड़क सुरक्षा का सलिका सिखाने का माध्यम बनाएगा। पहले दो-तीन जागरूकता कार्यक्रम होंगे। इसके बाद पुलिस चालान भी बनाएगी, ताकि लोग सिखाए सलिके का पालन करें। जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार जैन ने बताया कि अभियान के दौरान बच्चों की रैलियां, स्कूलों में वार्ताओं जैसे कार्यक्रमों के साथ एक्सीडेंटल जोन पर बेरियर आदि भी लगाए जाएंगे।

बस स्टैंड पर लगेगी प्रदर्शनी
जिला परिवहन अधिकारी नैनसिंह सोढ़ा ने बताया कि सोमवार सुबह 11.30 बजे रोड़वेज बस स्टेण्ड पर सड़क सुरक्षा संबंधित प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ अभियान का आगाज होगा। इस दौरान पेंपलेट वितरण व वाहनों पर रिफलेक्टर लगाए जाएंगे।
यह होंगे आयोजन
19 जनवरी को सभी तहसील व थाना क्षेत्र में थानाधिकारियों द्वारा शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा संबंधित जानकारी
– 20 को जनजागरूकता मोटर साईकिल रैली, सड़क सुरक्षा रथ, जिले भर में ओडियो सीडी ने सड़क सुरक्षा का संदेश
– 21 को डूंगरपुर शहर के स्कूल व महाविद्यालयों में सड़क सुरक्षा संबंधित जानकारी
– 22 को विद्यार्थियों की रैली, नुक्कड नाटक
– 23 को सिन्टेक्स चौराहे पर केम्प लगाकर सड़क सुरक्षा जानकारी, वाहनों पर रिफलेक्टर लगाना
– 24 को लक्ष्मण मैदान में सड़क सुरक्षा सप्ताह का समापन समारोह

पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान सिर्फ चालान काट कर औपचारिकताएं पूरी किए जाने से सार्थक परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। अभियान के दौरान लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करने, दुर्घटना संभाव्य क्षेत्रों में अपेक्षित रोड़ इंजीनियरिंग सहित अन्य सकारात्मक प्रयासों को लेकर राजस्थान पत्रिका ने चालान नहीं, चलन बने सड़क सुरक्षा शीर्षक से समाचार शृंखला प्रकाशित की थी। इसके तहत 8 जनवरी को चालान नहीं, चलन बने सड़क सुरक्षा, 9 जनवरी को यातायात व्यवस्था व रखरखाव की बातें हवा हवाई, 10 जनवरी को यूथ कीलर रफ्तार, 11 जनवरी को थोड़ा खर्च बचाने उठा लेते हैं जोखिम, 14 जनवरी को कदम-कदम पर मौत के मोड़ तथा 17 जनवरी को न खुद का ख्याल, न बच्चों का शीर्षक से समाचार प्रकाशित किए थे।
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