आवेदनों का यह आंकड़ा 1 अक्टूबर, 2016 से 30 जून, 2017 तक है। अमरीकी वित्त वर्ष 1 अक्टूबर से शुरू होकर 30 सितंबर को खत्म होता है। कारोबारी साल 2015-16 में कुल 3 लाख भारतीयों ने एच-1बी वीजा के लिए आवेदन दिया था। चीन की बात करें तो वहां से भले एच-1बी वीजा के काफी कम आवेदक हों, लेकिन 10 वर्षों
से इसमें लगातार तेजी देखी जा रही है।
चीन और कनाडा से भी हैं सबसे ज्यादा आवेदक
चीन के तरफ से भले ही एच-1 बी वीजा के आवेदक कम हैं लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसमें लगातार तेजी देखने को मिल रहा हैं। चीन के तरफ से आवेदकों के इस बार को आंकड़ा पिछले 10 साल में इस साल सबसे ज्यादा हैं। जून 2016 तक चीन से 36,362 आवेदन मिले। साल 2015-16 में 35,720 चीन के लोगों ने एच-1 बी वीजा के लिए आवेदन किया था। भारत और चीन के बाद कानाडा एच-1 बी वीजा के लिए आवेकों में कानाडा तीसरे स्थान पर हैं। कानाडा के 3,551 लोगो ने आवेदन किया।
3.36 लाख आवेदन
30 जून, 2017 तक अमेरिका को एच-1बी वीजा के लिए 3.36 लाख आवेदन मिले जिनमें से 1.97 लाख को अपरूवल दिया जा चुका है। यूएस सिटिजनशिप ऐंड इमिग्रेशन सर्विसेज ने यह डाटा जारी किया और बताया कि कई आवेदनों को मंजूर किया जाना अभी बाकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, एच-1बी के लिए आवेदनों में 2.56 लाख आवेदन भारत से मिले, जो कुल का 74 फीसदी है। वहीं, चीन से अबतक जो आवेदन मिले हैं वे कुल आवेदन के 9 फीसदी के बराबर हैं।
अक्टूबर 2006 से लेकर जून 2017 तक के आंकड़ों को देखें तो, भारत के 21.83 लाख लोगों ने एच-1 बी वीजा के लिए आवेदन किया। वहीं अगर चीन की बात करें तो इसी अवधि में 2.96 लाख लोगों ने आवेदन किया हैं। पिछले दस साल में फिलिपिंस से आवेदकों की संख्या में 70 फीसदी की कमी आई हैं। इसके उलट भारत से आवेदकों की संख्या में 80 फीसदी की बढ़त देखी गई हैं।