बैंक अधिकारी ही हुआ फ्रॉड का शिकार, लाखों को चूना लगाने के लिए जालसाजों ने अपनाया अनोखा तरीका
इन बाताें का भी दिखेगा बाजार पर असर
ग्राहकों के भरोसे में यह कमी सेविंग्स पर मिलने वाले ब्याज, निवेश, नौकरी व कुल खर्च मातहत है। इसे अतिरिक्त, बढ़ती महंगार्इ के कारण बाजार में नकदी की भी समस्या आ रही है। इन सब बातों को देखते हुए बाजार विश्लेषकों का कहना है कि जनवरी माह के कर्इ नाकारात्मक बातों का इस माह में असर देखने को मिल रहा है।
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क्या कहता है भारतीय रिजर्व बैंक का सर्वे
हालांकि, फरवरी माह में महंगार्इ में कमी, तरलता में आसानी आैर अमरीका-चीन के बीच ट्रेड वाॅर को लेकर बाजार पर ग्राहकों का काॅन्फिडेंस बढ़ा है। इसके पहले दिसंबर माह में इसमें गिरावट दर्ज की गर्इ थी। दिसंबर माह में कंज्यूमर काॅन्फिडेंस में 2.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गर्इ थी। इस दौरान, भारतीय रिजर्व बैंक के कंज्यूमर काॅन्फिडेंस सर्वे के मुताबिक, दिसंबर माह में कंज्यूमर काॅन्फिडेंस में बढ़ते इनकम आैर भविष्य में नौकरियों के अवसर को देखते हुए ‘आशावादी’ दर्शाया गया था।
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