कंपनी ने ट्वीट कर दी जानकारी आपको बता दें कि कंपनी ने ट्वीट कल लोगों को जानकारी देते हुए कहा इंडेन वेबसाइट अपने सॉफ्टवेयर में केवल आधार नंबर को ही कैप्चर करता है जो एलपीजी सब्सिडी ट्रांसफर के लिए जरूरी है। इसके अलावा हमारी ओर से और कोई भी जानकारी नहीं ली जाती है। इसलिए हम इश बात का दावा कर सकते हैं कि हमारी ओर से किसी का भी डाटा लीक नहीं हुआ है।
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Techcrunch ने दी जानकारी आपको बता दें कि टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट Techcrunch ने हाल ही में अपने रिपोर्ट में दावा किया है कि इंडेन गैस की वेबसाइट पर 6.7 मिलियन यूजर्स का डेटा गलती से लीक हो गया है। टेकक्रंच के मुताबिक, हाल ही में वेबसाइट पर आधार से जुड़ी जानकारी वाला पेज गूगल से इंडेक्स्ड था, जिसके कारण यह सबके लिए एक्सेसेबल हो गया।
कंपनी के पास सिर्फ आधार नंबर है आपको बता दें कि इस मामले में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने ट्विटर पर ट्वीट कर लोगों को सफाई देते हुए कहा कि आधार का कोई डाटा लीक नहीं हुआ है। कंपनी के सॉफ्टवेयर में सिर्फ आधार नंबर दर्ज है, जो LPG सब्सिडी ट्रांसफर करने के लिए जरूरी है। इसके अलावा इंडियन ऑयल आधार से जुड़ी कोई जानकारी अपने पास नहीं रखती है।