Published: Aug 19, 2018 11:25:39 am
Saurabh Sharma
इस बाढ़ की वजह से केरल राज्य की इकोनाॅमी को अब तक 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
पंजाब आैर हरियाणा से बेहतर है केरल की इकोनाॅमी, फिर भी रुपयों को तरस रहा है राज्य
नर्इ दिल्ली। दक्षिणी भारत के केरल राज्य की स्थिति 100 सालों में सबसे भयावह है। केरल राहत कार्य में तो तेजी आर्इ है लेकिन जो नुकसान राज्य का हुआ है उसे पूरा करने में राज्य को सालों लग जाएंगे। जहां मदद की बात है तो कर्इ राज्यों ने अपने-अपने स्तर 5 से 10 करोड़ रुपए देने का एेलान किया है। वहीं दूसरी आेर केंद्र 500 करोड़ रुपए की राहत देने का फैसला किया है। ताज्जुब की बात तो ये है कि जो राज्य केरल की आर्थिक मदद करने की घोषणा कर रहे हैं। उनकी इकाेनाॅमी केरल के मुकाबले
आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर केरल की इकोनाॅमी को किस तरह से झटका लगा है।
देश की इकोनाॅमी को हुआ 21 हजार करोड़ रुपए का फटका
केरल में बाढ़, बारिश और भूस्खलन से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इस बाढ़ में अब तक मरने वालों की संख्या 357 हो चुकी है। अगर बात शनिवार की करें तो इसी दिन 33 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बाढ़ की वजह से केरल राज्य की इकोनाॅमी को अब तक 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
इस तरह हुर्इ इकोनाॅमी बर्बाद
बाढ़-बारिश से बदहाल केरल के 3.53 लाख लोग 3026 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 40,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं। 1,000 से ज्यादा घर पूरी तरह से नष्ट हो गए जबकि 26,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। जानकारों की मानें तो 134 पुल, 16000 किमी पीडब्ल्यूडी सड़कें, 82000 किमी लंबी स्थानीय सड़कें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। अग आप अंदाजा लगा सकते हैं कि केरल की इस भीषढ़ बाढ़ ने केरल की इकोनाॅमी को बर्बाद करके रख दिया है।
कर्इ राज्याें ने की है मदद की घोषणा
जहां एक आेर केंद्र की आेर से 500 करोड़ रुपए देने का एेलान किया है। वहीं दूसरी आेर कर्इ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी राहत देने की घोषणा की है। यूपी की आेर से 15 करोड़, महाराष्ट्र से 20 करोड़, मध्य प्रदेश सरकार से 10 करोड़, दिल्ली से 10 करोड़, बिहार से 10 करोड़, गुजरात से 10 करोड़, हरियाणा से 10 करोड़, ओडिशा से 5 करोड़ आैर झारखंड सरकार की ओर से केरल में बाढ़ राहत के लिए 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है।
इन राज्यों से बेहतर है केरल की इकोनाॅमी
अगर केरल की इकोनाॅमी आैर मदद करने वाले राज्यों की इकोनाॅमी की जाए तो केरल की इकोनाॅमी अधिकतर राज्यों से बेहतर साबित होगी। देश के तमाम राज्यों की जीडीपी के मुकाबले महाराष्ट्र पहले पायदान पर है। वहीं उसके बाद नंबर गुजरात का है। गुजरात की जीडीपी तीसरे नंबर की है। उसके बाद उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर बाता है। 9वे, 10वे आैर 11वे नंबर राजस्थान, मध्यप्रदेश आैर दिल्ली का नंबर आता है। 12वें नंबर केरल है। जबकि पंजाब हर मामले में संपन्न होने के बाद भी केरल से पीछे है। जीडीपी के मामले में पंजाब का नंबर 14 है। जबकि हरियाणा भी 13 वे नंबर है। बिहार, उड़िसा आैर झारखंड का नंब 15, 16 आैर 19 है।
क्या है केरल की इकोनाॅमी?
मौजूदा समय में केरल की अनुमानित इकोनाॅमी 7.73 लाख करोड़ रुपए की है। वहां की पर कैपिटा इनकम भी कर्इ राज्यों से बेहतर है। वहां पर हर साल लोग 162,718 रुपए कमाते हैं। वहां पर करीब 94फीसदी लाेग शिक्षित हैं। जिसकी वजह से वहां का एचडीआर्इ भी देश सभी राज्यों में नंबर 1 है। अब देखने वाली बात होगी कि बाढ़ से उबरने में राज्य को कितना समय लगता है।