क्या है अंबानी आैर पीरामल की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण
मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन हैं जबकि अजय पीरामल श्रीराम कैपिटल के चेयरमैन। मौजूदा समय में आरआर्इएल का मार्केट कैप करीब 7.1 लाख करोड़ रुपए का है। कंपनी का कुल रेवेन्यू 4.31 लाख करोड़ रुपए का है। आरअार्इएल की सब्सिडियरी कंपनियों में रिलायंस जियो , रिलायंस पेट्रोलियम, नेटवर्क 18 अौर रिलायंस रिटेल जैसे बड़े ब्रांड्स हैं। पीरामल एंटरप्राइज का कुल मार्केट कैप 38,242 करोड़ रुपए का है। पीरामल ग्रुप का कुल वैल्युएशन 70 हजार करोड़ रुपए से अधिक का है।
कैसे मिल सकता है आम आदमी को फायदा
अब अारआर्इएल आैर पीरामल ग्रुप अपने कर्इ कारोबारी फैसले एक दूसरे के हित को ध्यान में रखते हुए लेंगे। एेसे में दूसरी कंपनियों के प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। मुकेश अंबानी की आरआर्इएल दुनिया की जानी मानी कंपनियों में से एक है आैर अपने सेक्टर्स में बाजार में उनका वर्चस्व है। एेसे में इनकी फैसले से न सिर्फ प्रतिस्पर्धी कंपनियों पर असर पड़ेगा बल्कि बाजार में भी खासा असर देखने को मिल सकता है। इसका सबसे बेहतर उदाहरण रिलायंस जियो है। जियो के लाॅन्च होने के बाद से ही देश की कर्इ बड़ी टेलिकाॅम कंपनियों के राजस्व में कमी दर्ज की गर्इ। जियो के बाद भारतीय टेलिकाॅम बाजार से भारती एयरटेल का वर्चस्व खत्म हुआ। साथ ही आइडिया आैर वोडाफोन का विलय हुआ। पीरामल खानदान से रिश्ता जुड़ने के बाद अब रियल एस्टेट, फार्मा आैर फाइनेंस जैसे कर्इ सेक्टर्स को लेकर मुकेश अंबानी को चुनौतीपूर्ण फैसले लेने पड़ सकते हैं। एेसे में भारतीय अर्थव्यवस्था पर इस साकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। हालांकि, इससे दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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