नई दिल्लीPublished: Oct 03, 2018 09:02:44 am
Saurabh Sharma
लगार्डे ने सोमवार को वाशिंगटन में आईएमएफ मुख्यालय में अपने संबोधन में कहा, मुख्य मुद्दा यह है कि वाकपटुता से वास्तव में व्यापार में बाधाएं आ रही हैं।
IMF Chief ने अमरीका को निशाना बनाते हुए कहा, इसलिए हो रही है वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टिन लगार्डे का कहना है कि अमेरिका की मौजूदा संरक्षणवादी नीतियों से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पडऩा शुरू हो गया है। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक, इससे वैश्विक आर्थिक दर कमजोर पड़ गई है।
हो रहा है बड़ा नुकसान
लगार्डे ने सोमवार को वाशिंगटन में आईएमएफ मुख्यालय में अपने संबोधन में कहा, “मुख्य मुद्दा यह है कि वाकपटुता से वास्तव में व्यापार में बाधाएं आ रही हैं। इससे सिर्फ व्यापार को ही नुकसान नहीं हो रहा बल्कि निवेश और विनिर्माण को भी नुकसान पहुंच रहा है क्योंकि अनिश्चितताएं बढ़ रही हैं।” इसके अलावा लगार्डे ने चेताते हुए कहा कि यदि आगे मौजूदा व्यापार विवाद बढ़ता है तो इससे विकासशील देश बड़े पैमाने पर प्रभावित हो सकते हैं।
कम हो सकती है वैश्विक आर्थिक दर
आईएमएफ ने जुलाई में अनुमान जताया था कि 2018 और 2019 में वैश्विक आर्थिक दर 3.9 फीसदी रहेगी। हालांकि लगार्डे ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अगला अनुमान इससे कम हो सकता है। अगले अनुमान की घोषणा 8 से 14 अक्टूबर के दौरान आईएमजी और विश्व बैंक की सालाना बैठक में इंडोनेशिया के बाली में की जाएगी। हालांकि आईएमएफ की प्रबंधन निदेशक ने जोर देकर कहा कि वैश्विक आर्थिक दर 2011 के बाद से अपने उच्च स्तर पर बनी रहेगी।
चीफ इकोनॉमिस्ट होंगी गीता गोपीनाथ
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत में जन्मी और पली-बढ़ी गीता गोपीनाथ को मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान विभाग का प्रमुख नियुक्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने आज बताया कि आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टिन लगार्ड ने सोमवार को श्रीमती गोपीनाथ को आर्थिक सलाहकार और अनुसंधान विभाग के प्रमुख के पद पर नियुक्त किया। वह वर्तमान में हावर्ड यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन एवं अर्थशास्त्र की जॉन ज्वान्स्ट्रा प्रोफेसर हैं। वह मॉरिश ऑस्फेल्ड का स्थान लेंगी, जिन्होंने जुलाई में ही घोषणा कर दी थी कि वह इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होंगे।