ऐसे करता था शिकार सऊद फिशर आइलैंड में एक आलीशान पेंटहाउस में रहा करते था, जहां मियामी बीच से केवल नौका या हेलीकॉप्टर से ही पहुंचना मुमकिन है। जहां उसे सब एक सुल्तान कहा करते थे. वो दावा किया करता था कि उसके बैंक अकाउंट में 600 मिलियन डॉलर हैं और वह एक बड़ा बिजनेसमैन है.सऊद अपने बिजनेस के लिए किसी पार्टनर की तलाश कर रहा था। जब एक दिन वो अपने संभावित बिजनेस पार्टनर के साथ फरारी कार से घूम रहा था। तो सऊद ने उससे किसी तरह की चिंता ना करने की बात की। उसके बाद उसके संभावित बिजनेस पार्टनर ने सऊद की लापरवाही से ड्राइविंग करने की शिकायत की। नवंबर 2017 में फेडरल कोर्ट में दायर एफबीआई के हलफनामे में बताया गया कि उसकी कार में राजनयिक लाइसेंस प्लेट थी और उसके पास डिप्लोमेटिक इम्युनिटी थी।
26 निवेशकों से धोखाधड़ी 47 साल के इस शख्स को मियामी की फेडरल कोर्ट ने सोमवार को विदेशी सरकारी अधिकारी के रूप में अपनी पहचान बनाने, चोरी और धोखाधड़ी करने के मामले में दोषी ठहराया। उस पर 26 निवेशकों का 8 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी की योजना के संबंध में भी दोषी करार दिया है। अब फेडरल कोर्ट उसे इसी साल अगस्त महीने में सजा सुनाएगी। आपको बता दें कि सऊद पर ये कोई पहला मामला नहीं है जब वो फेडरल कोर्ट पहुंच हो। रिकॉर्ड को मुताबिक पिछले तीस साल में होटल के कर्मचारियों, क्रेडिट कार्ड कंपनियों, दुकानदारों और निवेशकों से धोखाधड़ी का कई आरोप लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि गिग्नेक बार-बार पकड़े जाने बावजूद उसने अपनी राजकुमार वाली पहचान नहीं छोड़ी. वो लगातार लोगों को यही बताता रहा कि वो सऊदी अरब के राजपरिवार का सदस्य है।