हमारा देश सोने का सबसे बड़ा आयातक है। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सोना हमारे देश में है। सोने के प्रति हमारी लालसा जगजाहिर है। क्या यही सोना अब हमारे देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा? सरकार की कोशिश तो कुछ ऐसी ही है। लोगों के घरों में पड़े सोने को बाहर निकालने के लिए आई गोल्ड मोनटाइजेशन स्कीम और लोगों को बिना सोना खरीदे सोने का लाभ देने वाली स्वर्ण बॉण्ड योजना इसी कोशिश की दो कडिय़ां हैं।
फिर आ रहा है स्वर्ण बॉण्ड 3119 रुपए निर्धारित किया गया है एक ग्राम सोने का मूल्य 4900 किलो सोने में हुआ है स्वर्ण बॉण्ड में निवेश अब तक 1318 करोड़ रुपए आए हैं गोल्ड बॉण्ड में पिछले तीन चरणों में
इस बार पहले से बेहतर छोटे निवेशकों के लिए न्यूनतम अंशदान दो से घटाकर एक ग्राम कर दिया गया है। स्वर्ण बॉण्ड योजना में परिपक्वता पर पूंजीगत लाभ पर भी कर छूट दी गई है।
ऐसे तय होता है स्वर्ण बॉण्ड का मूल्य स्वर्ण बॉण्ड का मूल्य निर्धारण इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता के सोने के सोमवार से शुक्रवार तक के बंद भाव के साधारण औसत से तय किया जाता है।
स्वर्ण बॉण्ड की खास बातें अवधि: 8 वर्ष परिपक्वता से पहले निकासी: पांच वर्ष के बाद अनुमति ब्याज दर: 2.75 फीसदी की सालाना दर से प्रत्येक छह माह पर देय निवेश सीमा: न्यूनतम निवेश 1 ग्राम, अधिकतम निवेश 500 ग्राम वितरक का कमीशन: निवेश राशि का एक फीसदी जारी करने की तारीख: 18 से 22 जुलाई तक कहां से खरीदें : चुनिंदा डाकघरों और सभी बैंकों की शाखाओं से