2019-20 में 7.3 फीसदी रहेगा जीडीपी
मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “इन फैक्टर्स से आने वाले सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार पर प्रभाव पड़ेगा। साल 2019 अौर 2020 के दौरान जीडपी ग्रोथ 7.3 फीसदी की दर पर रह सकता है।” इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रुपए में कमजोरी व वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव हाउसहोल्ड काॅस्ट में इजाफा हुआ है। इसमें आगे भी बढ़ोतरी होता रहेगा। आरबीआर्इ द्वारा कड़े मौद्रिक नीति की वजह से पहले ही कर्ज लेना महंगा हो गया है।
वैश्विक ग्रोथ में भी आएगी कमी
छोटी अवधि में, वित्तीय बाजार में सुधार करने के लिए उठाए गए कदमों से फायदा तो होगा लेकिन क्रेडिट ग्रोथ की रफ्तार धीमी हो जाएगी। इसके साथ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की वजह से बाजार में आर्इ तरलता की कमी से भी क्रेडिट को लेकर परेशानी खड़ी कर सकता है। मूडीज ने कहा कि 2019 आैर 2020 में भी वैश्विक ग्रोथ भी अनुमानित 3.3 फीसदी से कम होकर 2.9 फीसदी रहेगा। इस अमरीकी एजेंसी के मुताबिक अमरीका व चीन के बीच चल रहा ट्रेड वाॅर अभी कुछ समय के लिए बरकरार रहेगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका भी बुरा असर देखने को मिलेगा। हालांकि इसके बाद ट्रेड फ्लो व सप्लार्इ चेन को एक नया आकार मिलेगा।