अब कोई भी थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी का सामना नहीं कर रहा है, अब एक भी ऐसा प्लांट नहीं है जो कोयले की कमी से जूझ रहा हो
इंदौर। केंद्रीय कोयला और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया है कि देश में कोयला उत्पादन परिदृश्य तेजी से बदला है और अब कोई भी थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी का सामना नहीं कर रहा है। गोयल ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यूपीए सरकार के दौरान एक समय ऐसा था जब देश के दो तिहाई थर्मल पावर प्लांट्स को कोयले की कमी के चलते कुछ समय के लिए बंद करना पड़ गया था। लेकिन अब एक भी ऐसा प्लांट नहीं है जो कोयले की कमी से जूझ रहा हो।
पारदर्शी तरीके से हो रहा है काम
गोयल ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने पिछले 18 महीनों के दौरान कोयला खदानों की पारदर्शी तरीके से नीलामी के जरिए ही कोयला क्षेत्र को पुनर्जीवित कर दिया है। उन्होंने बताया कि जहां पिछले वित्तीय वर्ष में कोयला उत्खनन क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनियों की उत्पादन वृद्धि दर 7 फीसदी रही वहीं मौजूदा फाइनैंशल इयर में यह 9.5 फीसदी पर है।
प्लांट्स के पास 25 दिनों का स्टॉक उपलब्ध
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में पावर प्लांट्स के पास कम से कम 25 दिनों का कोल स्टॉक उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त खदानों से इतना उत्पादन हो रहा है कि देश पावर प्लांट्स बिना किसी समस्या के 40 दिनों तक चलाए जा सकते हैं।