इतने पैसे बचेंगे
इस फैसले के बाद अब इन ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के खर्च में 8 रुपए से लेकर 26 रुपए तक की बचत होगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड को लेटर जारी कर दिया गया है। नया रेट लागू होने के बाद अब फर्स्ट एसी और एग्जीक्यूटिव चेयर कार में नाश्ता 90 रुपए में मिलेगा। जबकि सेकंड एसी, थर्ड एसी और चयेर कार में 70 रुपए में मिलेगा। वहीं दुरंतो के स्लीपर की बात की जाए में 40 रुपए में मिलेगा। फर्स्ट एसी और एग्जीक्यूटिव क्लास में जहां डिनर दिया जाएगा वहां शाम की चाय 45 रुपए में मिलेगी वहीं जहां डिनर की सुविधा नहीं दिया जाएगा वहां चाय 70 रुपए में मिलेगी।
इस फैसले के बाद अब इन ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के खर्च में 8 रुपए से लेकर 26 रुपए तक की बचत होगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड को लेटर जारी कर दिया गया है। नया रेट लागू होने के बाद अब फर्स्ट एसी और एग्जीक्यूटिव चेयर कार में नाश्ता 90 रुपए में मिलेगा। जबकि सेकंड एसी, थर्ड एसी और चयेर कार में 70 रुपए में मिलेगा। वहीं दुरंतो के स्लीपर की बात की जाए में 40 रुपए में मिलेगा। फर्स्ट एसी और एग्जीक्यूटिव क्लास में जहां डिनर दिया जाएगा वहां शाम की चाय 45 रुपए में मिलेगी वहीं जहां डिनर की सुविधा नहीं दिया जाएगा वहां चाय 70 रुपए में मिलेगी।
इन गाड़ियों में भी होगी बचत
रेलवे बोर्ड ने राजधानी, शताब्दी और दूरंतो के अलावा गतिमान, शिवालिक और तेजस एक्सप्रेस में भी यह नियम लागू किया है। अब इन गाड़ियों में भी 18 फीसदी के बदले केवल 5 फीसदी की जीएसटी लगेगी। आपको बता दें भारतीय रेल के लिए राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और बाकी प्रीमियम ट्रेनें बड़े मुनाफ़े का सौदा हैं। इसलिए जीएसटी की दर कम होने के बाद भी रेलवे को नुकसान नहीं होगा।
रेलवे बोर्ड ने राजधानी, शताब्दी और दूरंतो के अलावा गतिमान, शिवालिक और तेजस एक्सप्रेस में भी यह नियम लागू किया है। अब इन गाड़ियों में भी 18 फीसदी के बदले केवल 5 फीसदी की जीएसटी लगेगी। आपको बता दें भारतीय रेल के लिए राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और बाकी प्रीमियम ट्रेनें बड़े मुनाफ़े का सौदा हैं। इसलिए जीएसटी की दर कम होने के बाद भी रेलवे को नुकसान नहीं होगा।
रेल यात्रियों को मिलेगी राहत
वित्त मंत्रालय के इस कदम को यात्रियों के हित में माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में खाने पर जीएसटी की एक ही दरें होने से यात्रियों को राहत मिलेगी। इसके पूरी तरह लागू होने से राजधानी और शताब्दी जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों के खाने की कीमतों में गिरावट आएगी। आपको बता दें कि पिछले दिनों रेलमंत्री पीयूष गोयल की ओर से ट्रेनों में खाने का बिल अनिवार्य करने के बाद जीएसटी की अवैध वसूली के खेल का खुलासा हुआ था।
वित्त मंत्रालय के इस कदम को यात्रियों के हित में माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में खाने पर जीएसटी की एक ही दरें होने से यात्रियों को राहत मिलेगी। इसके पूरी तरह लागू होने से राजधानी और शताब्दी जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों के खाने की कीमतों में गिरावट आएगी। आपको बता दें कि पिछले दिनों रेलमंत्री पीयूष गोयल की ओर से ट्रेनों में खाने का बिल अनिवार्य करने के बाद जीएसटी की अवैध वसूली के खेल का खुलासा हुआ था।