पाकिस्तान के सांसद रहमान मलिक ( Rahman Malik ) ने भारत से खरीदी जा रही दवाओं की मात्रा और इनके मूल्य के बारे में सवाल किया। इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने संसद की स्थायी समिति को इस बारे में जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि रेबीजरोधी और विषरोधी दोनों तरह के टीके देश में बनाए जाते हैं। हालांकि इससे मांग की पूर्ति नहीं हो पा रही है। इस कारण भारत से इन्हें आयात किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें – यात्रीगण कृपया ध्यान दें! फिलहाल रेल किराया नहीं बढ़ायेगी केंद्र सरकार, पीयूष गोयल ने दी जानकारी
भारी कर्ज के बोझ तले डूबा है पाकिस्तान
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, भारत ने कुत्ते काटने के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली रैबीजरोधी और सांप के जहर से निपटने वाली वैक्सीन बेची है। इस प्रकार भारत ने पिछले 16 महीने में करीब 250 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की दवाएं पाकिस्तान भेजी हैं। दरअसल, मौजूदा समय में पाकिस्तान भारी कर्ज के बोझ से जूझ रहा है। पैसे की कमी के चलते वह विदेशों से सामान खरीदने के लिए भी जूझना पड़ रहा है। जिस कारण वहां महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच गई है और बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है।
यह भी पढ़ें – ऑटो सेक्टर की मंदी से मारुति सुजुकी का बुरा हाल, पहली तिमाही में 27.3 फीसदी घटा मुनाफा
अमरीका से संबंध बेहतर करने में जुटा पाक
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के पास सांप और कुत्ते के काटने से बचाव के लिए दवाइयों की जितनी मांग है उसके अनुरूप इन्हें बनाने की क्षमता नहीं है। इमरान खान अपने देशवासियों से पहले भी कह चुके हैं कि सरकार के पास देश को चलाने के लिए पैसे नहीं है। इसी कड़ी में इमरान खान अमरीका के दौरे पर गए थे। जहां उन्होंने वहां के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि वह कर्ज को लेकर अमेरिका के दौरे पर पहुंचे थे।