सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पृष्ठभूमि में लिया सीबीडीटी ने फैसला
माना जा रहा है कि सीबीडीटी का नया आदेश उच्चतम न्यायालय के उस आदेश की पृष्ठभूमि में आया है जिसमें आधार कार्ड को अन्य सेवाओं से जोड़ने के लिए 31 मार्च 2018 की समय सीमा को बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे। ज्ञात हो कि सरकार द्वारा ऑनलाइन आयकर रिटर्न भरने के लिए आधार और पैन को लिंक कराना अनिवार्य किया गया है। एेसे में यदि आप नर्इ समय सीमा तक अपने अाधार आैर पैन को लिंक कराने से चूक जाते हैं तो आपको कर्इ तरह के नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। सिर्फ पैन कार्ड ही नहीं, बल्कि कई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को आधार से लिंक करने की आज आखिरी तारीख है। इसमें एलपीजी गैस सिलेंडर समेत अन्य योजनाएं शामिल हैं। गौरतलब है बीते दिन आधार को पैन से लिंक कराने के लिए अंतिम दिन होने के बाद सुबह से ही लोगों में इसको लेकर परेशानी देखने को मिल रही थी। जनसेवा केंद्र से आधार कार्ड के अपडेट का काम हटा लिया गया था।
आज से वर्चुअल आधार अनिवार्य
साथ ही अापको ये भी बता दें कि भारतीय विशिष्ट पहचार प्राधिकरण (यूआर्इडीएआर्इ) एक जुलार्इ यानी आज से आधार की वर्चुअल आर्इडी का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद अाप अलग-अलग तरह की सेवाआें आैर दस्तावेजों के लिए वर्चुअल आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल इसी साल जनवरी में यूआर्इडीएअार्इ ने अपने तरफ से जारी एक सर्कुलर में कहा था कि 16 अंकों वाले विशिष्ट अाधार नंबर को एक एेसे वर्चुअल आर्इडी में तब्दील कर दिया जाएगा। आधार के प्राइवेसी लगातार उठ रहे सवाल पर यूआर्इडीएआर्इ ने ये फैसला लिया है। इसके बाद आपकी जेब में पड़ा आधार कार्ड एक तरह से बेकार हो जाएगा यानि आपका काम वर्चुअल आईडी से ही जाएगा। हालांकि आपका आधार पहले की तरह ही वैलिड रहेगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर क्या होता है वर्चुअल आधार और इसके क्या फायदे होंगे। साथ में आगे हम आपको ये भी बताएंगे की कैसे आप अपने आधार को जेनरेट कर सकते है?