उन्होंने कहा कि पिछले छह साल में वस्तु निर्यात में उच्च वृद्धि देखी गई जिसकी वजह से सेक्टर्स के हिसाब से कदम, निर्यात संवद्र्धन पर केंद्रित पहल तथा मुद्दों के त्वरित निपटान हैं। मंत्रालय द्वारा पिछले पांच साल में संरचनात्मक सुधार तथा बड़े क्षेत्रों के लिये कार्य योजना से भारत इस साल पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रास्ते पर है।
मंत्रालय ने प्रभु के हवाले से कहा गया है कि देश का वस्तु निर्यात 2018-19 में 330 अरब डाॅलर पहुंच जाएगा जो अबतक का सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि वाणिज्य विभाग ने 2018-19 में निर्यात में कम-से-कम 16 फीसदी वृद्धि हासिल करने के लिए कम से कम 9 सेक्टर्स जिनमें रत्न एवं आभूषण, चमड़ा, कपड़ा, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स, रसायन, औषधि, कृषि तथा समुद्री उत्पादों की पहचान की है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दौरान निर्यात 9.5 फीसदी बढ़कर 271.8 अरब डाॅलर पहुंच गया।