मोदी ने कहा कि जीएसटी सहकारी संघवाद का सबसे अच्छा उदाहरण है। सभी राज्यों ने देश के कल्याण के लिए सामूहिक रूप से निर्णय लिया, इसलिए इस तरह के बड़े कर सुधार को लागू किया जा सका। उन्होंने कहा कि आईटी ने जीएसटी के माध्यम से आयकर अधिकारियों की जगह ले ली है क्योंकि अब रिटर्न से लेकर रिफंड तक तक का काम आईटी के जरिए किया जा रहा है।
जीएसटी ने बदली देश की टैक्स व्यवस्था देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी को लेकर जो भी निर्णय लिए गए हैं, वह सर्वसम्मति से लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल की अब तक 27 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग विचारधारा वाले लोगों ने देशहित में सभी फैसले सर्वसम्मति से लिए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने से पहले देश में 17प्रकार के टैक्स होते थे। लेकिन जीएसटी ने देश की पूरी टैक्स व्यवस्था को बदल दिया है। अब देशवासियों में केवल एक ही टैक्स देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने के बाद देश में इंस्पेक्टर राज खत्म हो गया है। जीएसटी से चेकपोस्ट व्यवस्था खत्म हो गई है। इससे सामान समय पर लोगों के पास पहुंच रहा है।