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‘लकी कल के लिए लोकल’ मंत्र
सबसे पहले पीएम मोदी ने देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने की बात कही। इसके लिए उन्होंने ‘लकी कल के लिए लोकल’ का मंत्र भी बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल में हमने मेक इन इंडिया के मिशन की शुरुआत की थी। इसे हमें और बढ़ाना है। मेक इन इंडिया प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि लकी कल के लिए हमें लोकल प्रोडक्ट पर जोर देना होगा। सुहाने कल के लिए लोकल, जो गांव में बनने वाली वस्तुओं को प्राथमिकता देनी होगी। गांव, तहसील से लेकर जिले और राज्य के स्तर पर हमें अपनी आवश्चकताओं को पूरा करना चाहिये।
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निर्यात पर भी रहे फोकस
देसी विकल्पों के साथ-साथ पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि हमें निर्यात को भी बढ़ावा देना होगा। पीएम ने कहा कि हम भी दुनिया के बाजारों में पहुंचने का प्रयास करें, क्योंकि दुनिया के छोटे-छोटे देशों में जो ताकत होती है वो हमारे एक-एक जिलों में है। इसी सामथ्र्य को हमें समझना है और एक-एक जिलो को एक्सपोर्टिंग हब बनाने के लिए काम करना है। हमारे यहां कोई जिला साड़ी के दुनियाभर में पहचाना जाता है तो कोई जिला मिठाइयों व इत्र के लिये। दुनिया के बाजार में पर यदि हमारी नजर रहेगी तो देश के युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा।
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इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 100 करोड़ रुपये
देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को अलगे पांच साल में विकसित करने के लिए पीएम मोदी ने ऐलान किया कि हम इसके लिए 100 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। पीएम ने कहा, “‘हमें लंबी छलांग लगानी होगी, भारत को ग्लोबल स्तर पर मिलाने के लिए काम करना होगा। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर देना होगा।” इसमें सागरमाला, भारतमाला से लेकर रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण का काम होगा। उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक हवाईअड्डा, नेशनल हाईवे, रेलवे, अस्पताल और शैक्षणिक संस्थानों के निर्माण के लिए इस निवेश का उपयोग किया जायेगा।
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मुश्किल नहीं 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य
पीएम मोदी ने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि हमें अलगे पांच सालों में देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का बनाना है। पीएम ने कहा कि सभी 130 करोड़ देशवासी एक छोटी-छोटी चीज को लेकर चल पड़ें तो इस हम आसानी से 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों को यह लक्ष्य मुश्किल लगता है, लेकिन हम मुश्किल काम नहीं करेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा। 70 साल में हम 2 ट्रिलयन डॉलर इकॉनमी में पहुंचे। 2014-2019 में हम 2 से 3 ट्रिलियन हो गए। अगर 5 साल में इतना बड़ा जंप लगाया तो हम आने वाले 5 साल में 5 ट्रिलियन डॉलर बन सकते हैं। यह सपना हर देशवासी का होना चाहिए।
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डिजिटल पेंमेंट और विकास दर पर भी जोर
पीएम मोदी ने अपने भाषण में डिजिटल पेमेंट को भी लोगों से कहा कि दुकानों पर आज नकद कल उधार बोर्ड लगा रहता है, अब डिजिटल पेमेंट को हां, नकद पेमेंट को ना का बोर्ड लगाने का वक्त है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार महंगाई दर को काबू में रखते हुए उच्च आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर रही है। उन्होंने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए जीएसटी और ऋण शोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (आईबीसी) जैसे सुधारों का जिक्र किया।