केंद्रीय बैंक ने नोटबंदी के समय 10 रुपए, 50 रुपए, 100 रुपए और 500 रुपए के नए नोट जारी किए थे। इसके अलावा 200 रुपये और 2,000 रुपये के बैंक नोट भी शुरू किए गए थे। 2016 में जारी हुए इन नोटों के रंग और डिजाइन में भी बदलाव किया गया था। केंद्रीय बैंक ने 10 रुपये के नोट को हल्के भूरे रंग से बदलकर चॉकलेट ब्राउन रंग में बदल दिया था। वहीं 50 रुपये के नोट को गुलाबी कलर से बदलकर फ्लोरोसेंट नीले रंग का कर दिया। इसके साथ ही 100 रुपये के नोट को नीले और ग्रे कलर से बदलकर लैवेंडर कलर का कर दिया था और 500 रुपये के नोट को नारंगी-पीले रंग से बदलकर स्टोन-ग्रे कलर का कर दिया।
सभी नए डिजाइन वाले नोट नोटबंदी के बाद साल 2016 में जारी किए गए थे। इन सभी नोटों को महात्मा गांधी की नई सीरीज के तहत निकाला गया था। यह सभी नेट पहले जारी किए गए नोटों की तुलना में काफी अलग और सुंदर थे। नए नोटों के आने के बावजूद भी पुराने 500 रुपये और 1,000 रुपये के कानूनी टेंडर जारी थे, जिन्हें बाद में प्रतिबंधित कर दिया गया था।
आरबीआई के डाटा के मुताबिक, 31 मार्च 2016 तक 20 रुपए के 492 करोड़ नोट सर्कुलेशन में थे। वहीं, मार्च 2018 तक इनकी संख्या बढ़कर 1000 करोड़ हो गई। मार्च 2018 के अंत तक सर्कुलेशन में कुल करेंसी के 9.8 फीसदी नोट 20 रुपए के हैं।
इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों नंबर के खाने में अंग्रेजी का अक्षर ‘एस’ मुद्रित होगा। केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस नोट का डिजाइन पूर्व में इसी श्रृंखला में जारी 20 रुपये के नोट के समान होगा। बैंक द्वारा पूर्व में जारी सभी 20 रुपये के नोट चलन में बने रहेंगे।
20 रुपए के नए नोट पर भी ऐतिहासिक इमारत का फोटो लगा होगा। सूत्रों की मानें तो 20 रुपए के नए नोट पर यूनेस्को की ओर से विश्व घरोहर के रूप में प्रचलित महाराष्ट्र की अजंता की गुफाओं का फोटो होगा। नया नोट पुराने नोट के मुकाबले करीब 20 फीसदी छोटा होगा। 20 रुपए का नया नोट भी नोटबंदी के बाद जारी किए गए आधुनिक सुरक्षा फीचर्स के साथ तैयार किया गया है। 20 रुपए के नए नोट में पुराने के मुकाबले मुख्य बदलाव रंग और स्मारक का ही है।