भारत के तमिलनाडु में पैदा हुए सुंदर पिचाई अगस्त 2015 में गूगल के सीईओ नियुक्त हुए जबकि तेलंगाना में जन्मे सत्या नडेला 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने। सिलिकॉन वैली में आज के समय में भारतीयों ने अपनी धाक जमा ली है। 2018 की टॉप सीईओ की लिस् में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ सत्या नडेला का नाम सबसे ऊपर है। वहीं, जबकि होम डिपो के सीईओ क्रेग मेनियर दूसरा स्थान पर हैं और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई तीसरे स्थान पर हैं। 2014 में नाडेला माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने, वहीं अगले साल 2015 में पिचाई ने भी गूगल की कमान संभाली थी।
भारतीयों की सफलता का कारण यहां के लोगों की अच्छी शिक्षा और नई चीजें सीखने की उत्सुकता है। भारतीयों में हमेशा से ही नई चीजें सीखने की उत्सुकता रहती है।इसी कारण से हमेशा से ही भारतीयों केे टैलंट को अमेरिकी कंपनियों में खास तवज्जो मिलता है। विदेशी कंपनियां भारत में आउटसोर्सिंग सेंटर्स और रिसर्च सेंटर्स खोलने में ज्यादा दिलचस्पी लेती हैं।
सालाना सर्वश्रेष्ठ सीईओ की रेंटिंग comparably.com के द्वारा निर्धारित की जाती है। 2018 में भी सीईओ की रेटिंग इसी आधार पर बनाई गई हैं। 2018 की रेटिंग में टॉप 3 की लिस्ट में दो भारतीय शामिल हैं।