100 बिलियन डॉलर का करेगा निवेश
साऊदी अरब ने भारत की जीडीपी में बढ़ती आर्थिक संभावनाओं को देखते हुए 100 बिलियन डॉलर (लगभग 7 लाख करोड़ रुपए) का निवेश करने का फैसला लिया है। साऊदी ने भारत में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और पेट्रोकेमिकल की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है। इसके साथ ही देश में कई तरह के निवेश की योजनाएं बनाई हैं।
पाकिस्तान को लगा बढ़ा झटका
सऊदी अरब के राजदूत डॉ सऊद बिन मोहम्मद अल सती ने जानकारी देते हुए बताया कि हम भारत के साथ लंबे समय तक साझेदारी बनाने के लिए इच्छुक हैं। मोदी सरकार के द्वारा कश्मीर से हटाई गई धारा 370 के फैसले के बाद से पाकिस्तान सभी मुस्लिम देशों का समर्थन पाने की कोशिश में लगा हुआ था, लेकिन साऊदी के द्वारा लिए गए भारत में निवेश के फैसले से पाकिस्तान को बढ़ा झटका लगा है।
रिलायंस के सामने रखा प्रस्ताव
इसके साथ ही मोहम्मद अल सती ने कहा, “सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के सामने साझेदारी का प्रस्ताव रखा है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग निरंतर बढ़ रहा है। बता दें कि साऊदी के इस फैसले से भारत की ऊर्जा क्षेत्र को भी काफी फायदा मिलेगा। भारत सऊदी अरब से अपनी जरूरत का 17 फीसदी कच्चा तेल और 32 फीसदी एलपीजी खरीदता है।
मजबूत होंगे रिश्ते
राजदूत डॉ सऊद बिन ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच के इस कारोबारी समझौते की पृष्ठभूमि में अरामको ने भारत की ऊर्जा सेक्टर में 44 बिलियन डॉलर की वेस्ट कोस्ट रिफाइनरी और महाराष्ट्र में पेट्रोकेमिकल्स प्रोजेक्ट पर निवेश की योजना बनाई है। रिलायंस के साथ लंबी अवधि की साझेदारी यह दिखाती है कि दोनों देशों के साथ व्यापार समझौता आगे और भी बढ़ सकता है।’