स्वामी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “जो मुख्य मुद्दा है वह आयकर को समाप्त करना है। सावधि जमा पर ब्याज दर बढ़ाकर नौ प्रतिशत तथा कर्ज पर ब्याज दर घटाकर नौ प्रतिशत किया जाना चाहिये। यदि ये तीन कदम उठाये जायें, चीजें सुधरने लगेंगी।”
उन्होंने कहा कि अगले महीने उनकी नयी पुस्तक आने वाली है जिसमें आर्थिक वृद्धि को गति देने के उपायों के बारे में सुझाव दिया जाएगा। स्वामी ने कहा, “अर्थव्यवस्था के लिये बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है। पांच सितंबर को मेरी नयी पुस्तक आ रही है, उसमें मैंने उन चीजों का जिक्र किया है जिन्हें किये जाने की जरूरत है।” स्वामी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा उठाये गये कदमों से आर्थिक वृद्धि में सुधार की संभावना के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की।
शुक्रवार को निर्मला सीतारमण ने किया था प्रेस कॉन्फ्रेंस
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये मीडिया को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कई ऐसे कदम उठाने की बात की ताकि सुस्त अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिल सके। साथ ही उन्होंने देश के आर्थिक हालात के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें स्लोडाउन को लेकर इतना परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत की स्थिति अभी भी काफी अच्छी है। इसके साथ ही हम देश की इकोनॉमी को मजबूत बनाने के लिए कई बड़े बदलाव कर रहे हैं, जिससे देश की वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर संशोधित होकर मौजूदा अनुमान 3.2 फीसदी से नीचे जा सकती है।