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‘GSP Vs Import Duty’ पर टिका है अमरीकी राष्ट्रपति का सफल दौरा!

Published: Feb 17, 2020 02:58:47 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

मिनि ट्रेड डील में लिए जा सकते हैं कई अहम फैसले
भारत जीएसपी और अमरीका इंपोर्ट ड्यूटी पर हैं टिके
इन दोनों मुद्दों से तय होगा ट्रंप का दौरा कितना सफल

GSP Vs Import Duty

नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत दौरा दोनों देशों के लिए काफी अहम है। दोनों ही देशों की सरकारें, व्यापारी और उद्योगपति चाहते हैं कि ट्रंप का दौरा सफल हो। दौरा सफल करने के लिए कुछ बुनियादी बातों का सुलझ जाना काफी अहम होता है। यह दौरा भी दो ऐसी ही बुनियादी चीजों पर ही डिपेंड कर रहा है। यह बुनियादी बातें भारत और अमरीका दोनों ओर से हैं। भारत चाहता है कि भारत को दोबारा से जीएसपी का दर्जा मिले। वहीं अमरीका की डिमांड है कि भारत इंपोर्ट ड्यूटी को कम करें। अगर इन दोनों बिंदुओं पर सहतमि बन जाती है तो अमरीकी राष्ट्रपति का दौरा सफलल कहा जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता तो दोनों देशों के बीच कितनी भी डील हों, सफल नहीं कहा जाएगा। मतलब साफ है कि अमरीकी राष्ट्रपति का सफल दौरा ‘GSP Vs Import Duty’ पर टिका है।

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भारत की ओर से अहम मांगे
– भारत स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादों पर अमरी की ओर से लगाए जा रहे भारी शुल्क में छूट की मांग कर रहा है।
– कुछ भारतीय उत्पादों को अमरीका के जनरेलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंसेस (जीएसपी) में दोबारा शामिल करने की बात कर रहा है।
– कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो पा‌ट्र्स और इंजीनियरिंग उत्पादों की अमेरिकी बाजार में पहुंच बढ़ाने पर भी मांग कर रहा है।

अमरीका की अहम मांगे
– अमरीका डेयरी, फार्म और चिकित्सा उपकरणों की भारतीय बाजारों में पहुंच बढ़ाने की मांग कर रहा है।
– इंफोर्मेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की बात कर रहा है।

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जीएसपी और इंपोर्ट ड्यूटी ही हैं सबसे अहम
दोनों देशों की ओर से आ रही मांगों में सबसे अहम मांग भारत की ओर से जीएसपी दर्जा वापस लेने और अमरीका की ओर से इंपोर्ट ड्यूटी कम करने को लेकर है। मांगे और भी जरूरी हैं, लेकिन इस दौरे के लिए इन दोनों मुद्दों का हल होना काफी अहम है। अगर भारत को जीएसपी का दर्जा वापस मिलता है तो भारत को निर्यात में काफी सहुलियत होगी और अमरीकी बाजारों में भारत के कुछ सामानों की मौजूदगी काफी बढ़ जाएगी। दूसरी ओर भारत अमरीकी सामानों से इंपोर्ट ड्यूटी कम करता है तो अमरीकी सामनों के लिए भारत में अच्छा बाजार तैयार होगा। जिसके जरिए वो साउथ एशिया के दूसरे देशों को भी साध सकेगा।

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अमरीकी नियम है सबसे बड़ा रोड़ा
भारत को दोबारा से जीएसपी का दर्जा देने में अमरीकी नियम सबसे बड़ा रोड़ा है। कुछ दिन पहले अमरीकी एजेंसी यूएसटीआर ने भारत समेत करीब आधा दर्जन देशों को गरीबों की सूची से बाहर करते कहा था कि इन देशों की वैश्विक व्यापार में हिस्सेदारी 0.5 फीसदी से ज्यादा है। ऐसे में यह सभी विकसिक देशों में रखे जाते हैं। यूएसटीआर ने नियमों का हवाला देते हुए व्यापारिक सहुलियतें भी ना देने की बात कही थी। अब भारत अमरीकियों की नजर में विकसित देश घोषित हो चुका है। अगर डोनाल्ड ट्रंप जीएसपी देने की बात करते हैं तो अमरीकी जनता और विपक्ष के निशाने पर आ सकते हैं।

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ट्रंप दौरे की खास बातें
– 24 फरवरी से दो दिन का ट्रंप दौरा शुरू होगा।
– पहले दिन वह गुजरात के अहमदाबाद शहर में 3 घंटे बिताएंगे।
– जिसकी तैयाारियां जोरों पर चल रही है।
– ट्रंप की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात होगी।
– दोनों देशों के बीच रक्षा सौदे से लेकर कई समझौते होंगे।
– राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया भी दौरे पर साथ होंगी।

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