कितना हो सकता है इजाफा
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक सरकार चीनी की कीमत में करीब 2 रुपए प्रति किलो का इजाफा कर सकती है। सचिवों की एक कमेटी में चीनी की कीमत 2 रुपये बढ़ाने को मंजूरी भी मिल चुकी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस फैसले से शुगर मिलों का कैश फ्लो बढ़ जाएगा और कंपनियां आसानी से किसानों को भुगतान कर पाएंगी। वही चीनी की कीमतों को बढ़ाने का सुझाव चीनी उत्पादक राज्यों की ओर से भी आया था। अब अंतिम फैसले का इंतजार किया ज रहा है। वहीं नीति आयोग की ओर से इस निर्णय पर अपनी हरी झंडी नहीं दिखाई है।
अक्टूबर से सितंबर के बीच होती है गणना
चीनी प्रोडक्शन ईयर हर साल 1 अक्टूबर से अगले साल 30 सितंबर होती है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार इस फैसले से किसानों को मदद मिले, ऐसे कदम उठाए जाएंगे। स्टेट एडवाइज्ड प्राइस के मुताबिक चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का करीब 22 हजार 79 करोड़ रुपए बकाया है। वहीं केंद्र सरकार के फेयर एंड रेम्युनेरेटिव प्राइस के अनुसार बकाया 17 हजार 683 करोड़ रुपए है।