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स्विस बैंक देगा कालाधन रखने वाली दो कंपनियों आैर तीन लोगों की जानकारी

Published: Dec 03, 2018 12:49:53 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

स्विस बैंक ने अब अपनी छवि सुधारने को लेकर काम करना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से वो अब भारत सरकार को दो भारतीय कंपनियों आैर तीन लोगों के बारे में जानकारी देने के लिए राजी हो गया है।

Swiss bank

स्विस बैंक देगा कालाधन रखने वाली दो कंपनियों आैर तीन लोगों की जानकारी

नर्इ दिल्ली। स्विस बैंक ने अब अपनी छवि सुधारने को लेकर काम करना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से वो अब भारत सरकार को दो भारतीय कंपनियों आैर तीन लोगों के बारे में जानकारी देने के लिए राजी हो गया है, जिन्होंने अपना कालाधन स्विस बैंक में जमा किया है। जानकारी के अनुसार इन लोगों आैर कंपनियों के खिलाफ भारत में जांच भी चल रही है। आपको बता दें कि स्विस बैंक टैक्स चोरों के पनाहगाह के रूप में पहचाना जाता है। जिसके कारण उसकी पूरी दुनिया में आलोचना भी होती है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पूरा मामला है क्या?

जिस भारतीय कंपनियों की जानकारी देने के लिए स्विस बैंक राजी हुआ है वो दोनों ही लिस्टेड कंपनियां हैं। जो कई मामलों में बाजार नियामक सेबी की निगरानी का सामना कर रही है आैर तमिलनाडु के कुछ राजनेताओं से संबंध बताया जाता है। स्विस सरकार के राजपत्रित अधिसूचना के अनुसार स्विस सरकार का संघीय कर विभाग जियोडेसिक लिमिटेड और आधी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के बारे में किये गये अनुरोधों पर भारत को ‘प्रशासनिक सहायता’ देने के लिए तैयार हो गया है। जियोडेसिक लिमिटेड से जुड़े तीन लोगों- पंकज कुमार ओंकार श्रीवास्तव, प्रशांत शरद मुलेकर और किरन कुलकर्णी- के मामले में विभाग ने इसी तरह के अनुरोध पर सहमति जताई है।

स्विस सरकार ने दोनों कंपनियों और तीनों व्यक्तियों के बारे में भारतीय एजेंसियों द्वारा मांगी गई जानकारी और मदद से जुड़े विशेष विवरणों का खुलासा नहीं किया है। इस तरह की ‘प्रशासनिक सहायता’ में वित्तीय और कर संबंधित गड़बड़ियों के बारे सबूत पेश करने होते हैं और बैंक खातों तथा अन्य वित्तीय आंकड़े से जुड़ी जानकारियां शामिल होती हैं। संबंधित कंपनियां और लोग भारत को प्रशासनिक सहायता प्रदान करने के लिए स्विट्जरलैंड के संघीय कर प्रशासन (एफटीए) के निर्णय के खिलाफ अर्जी दायर कर सकते हैं।

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