चाइनीज लाइटिंग और इलेक्ट्रिक आइटमों का भारतीय बाजारों में ना दिखने का मुख्य कारण इम्पोर्ट टैरिफ में हुई दोगुनी बढ़ोतरी और कंसाइनमेंट क्लियरंस में देरी को माना जा रहा हैं। बहुत से रॉ मैटीरियल पर भी भी ड्यूटी बढ़ाने के चलते घरेलू मैन्युफैक्चरर्स ने भी दामों मे बढ़ोतरी कर दी हैं। चाइनीज सामानों का भारतीय बाजार से गायब होने का एक कारण ट्रेड वार भी है। ट्रेड वार के चलते ही ये दीवाली चाइनीज सामानों के लिए सबसे खराब रहने वाली है। इस दीवाली भारतीय बाजारों में चाइनीज सामानों की जगमगाहट नहीं देखने को मिलेगी।
पिछली दिवाली के बाद से चाइनीज एलईडी लाइस दीवाली नहीं दिखेंगे चीन से बने हुए लाइटिंग के सामान, सरकार के फैसले का असरइट्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी दोगुनी हो चुकी है। जबकि काउंटरवेलिंग ड्यूटी, सेस और अन्य चार्जेज के साथ इम्पोर्ट कॉस्ट लगभग दोगुनी बढ़ा है। उसके बाद रुपए का गिरना और अमरीका के साथ चीन की ट्रेड वार सब ने मिलकर भारतीय बाजार में चाइनीज सामानों को गायब ही कर दिया। इतना ही नहीं जो माल एक महीने में आ जाता था उसकी डिलीवरी में दो महीने का समय लग रहा है। बाजारों में चाइनीज सामानों की कमी होने के कारण जो सामान मिल रहा है वो बहुज महंगा है। इसलिए बाजारों में इसकी बिक्री में बहुत ही कमी देखने को मिल रही है।