चालू किया पकौड़े बेचना का कारोबार दरअसल प्रधानमंत्री के इस बयान को सुनकर सभी युवाओं की तरह मनीष कुमार मीना भी गुस्से में आ गए और पकौड़े बेचना चालू कर दिया। मनीष कुमार मीना जेएनयू के छात्र है। मनीष कुमार मीना और अपने चार अन्य दोस्तो के साथ मिलकर विश्वविद्यालय के अंदर पकौड़े बनाने लगे।
जेएनयू ने कि कारवाई
इस बात का पता जब जेएनयू के मैनेजमेंट को हुआ तो मनीष और उनके चार साथियों के खिलाफ़ जांच शुरू की गई। इसी जांच के आधार पर अब मनीष और उसके दोस्तों को एक नोटिस भेजा गया है। इस नोटिस में मनीष और उसके दोस्तों को 13 जुलाई, 2018 से पहले होस्टल बदलने को कहा गया हैं। इतना ही नहीं उन्हें जुर्माने के रूप में 20,000 रुपए भी भरने को कहा गया है।
छात्रों के सवाल तो वहीं इस विरोध को लेकर छात्रों का कहना है की हमारे पास विरोध करने का हर अधिकार है। हमने किसी भी संपत्ति को क्षतिग्रस्त नहीं किया जिससे कि हमपर ज़ुर्माना लगाया जाए। इस तरह हम पर जुर्माना लगाना बिल्कुल ही गलत हैं।