पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद किया जाएगा लागू
एनएचएआर्इ ने पहले ही दिल्ली-मुंबर्इ में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू भी कर दिया है। इस पाइलेट प्राेजेक्ट के सफल घोषित होने के बाद नीतिन गडकरी की अध्यक्षता में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इसे देशव्यापी स्तर पर लागू करने का नोटिफिकेशन जारी कर देगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबर्इ आैर दिल्ली हार्इवे पर जाने वाले कुछ वाहनों में आॅन-बोर्ड यूनिट डिवाइस लगाया जा रहा है। यह डिवाइस वाहनों में म्युजिक सिस्टम के करीब लगाया जा रहा है जो कि सीधे सेटेलाइट से जुड़ा होगा। इस डिवाइस को वाहनधारकों के खाते से लिंक किया जाएगा जिससे यात्रा करने के बाद बिना किसी झंझट के पैसे कट जाएं।
फास्टैग की वजह से टोल रेवन्यू में हुर्इ थी बढ़ोतरी
पिछले साल सितंबर माह में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि फास्टैग डिवाइसेज की बढ़ते उपयोग से कुल टोल राजस्व में इजाफा हुआ है। फास्टैग की मदद से नेशनल हार्इवे के टोल प्लाजा पर इलेक्ट्राॅनिक माध्यम से भुगतान किया जाता है। इसमें रेडियो फ्रिक्वेंसी अार्इडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीका का प्रयोग हाेता है। फास्टैग लगने की वजह से टोल प्लाजा पर वाहन नाॅन-स्टाॅप चलते हैं। इससे हार्इवे पर वाहन चालकों को घंटो लंबी लाइन से राहत मिलती है।
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