एम्पलॉयबिलिटी पर है फोकस
प्रिंसिपल प्रो. अल्पना कटेजा ने बताया कि गर्ल्स का रुझान ट्रेडिशनल कोर्सेज की बजाय अब प्रोफेशनल और जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज में ज्यादा दिख रहा है। कॉलेज में रोजाना करीब 200 गर्ल्स काउंसलिंग के लिए आ रही हैं। इस दौरान देखने में आ रहा है कि गर्ल्स से ज्यादा उनके पेरेंट्स कॅरियर और जॉब को लेकर क्वेरी कर रहे हैं। पेरेंट्स पूछ रहे हैं कि इन कोर्सेज में एम्पलॉयबिलिटी कितनी है। आज के पेरेंट्स का भी जॉब सिक्योरिटी पर पूरा फोकस है।
ऑनर्स कोर्सेज की नहीं है जानकारी
प्रो. कटेजा के अनुसार काउंसलिंग में सामने आ रहा है कि बच्चों को ऑनर्स कोर्सेज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं हैं। ज्यादातर गर्ल्स का मानना है कि पासकोर्स में एडमिशन मुश्किल होता है, वहीं ऑनर्स में कॉम्पटिशन थोड़ा कम है। काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स को ऑनर्स कोर्सेज के फायदों की जानकारी दी जा रही है।
बीसीए-बीबीए को लेकर ज्यादा क्वेरी
काउंसलिंग के लिए आई रश्मि का कहना था कि बीए, बीकॉम और बीएससी जैसे कोर्सेज में एक्सपोजर नहीं है। इनमें एडमिशन बहुत है और जॉब ऑप्शन उतने ही कम। इसलिए बीबीए करना चाहती हूं, ताकि आगे चलकर मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर सकूं। वहीं पेरेंट्स और टीचर्स भी यही सजेस्ट कर रहे हैं।