उन्होंने बताया कि आवेदन की प्रक्रिया 31 मार्च तक चलेगी जबकि 30 अप्रैल तक बच्चों के दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया, ‘‘इसमें करीब 350 स्कूलों का चयन किया गया है। इस बार बच्चे को प्रवेश दिलाने के लिए अभिभावकों को ऑनलाइन प्रक्रिया ही अपनानी होगी। इस बार ऑनलाइन ही जाकर अपने क्षेत्र के स्कूल का चयन करना होगा।’’
पिछली बार स्कूल चयन को लेकर काफी विवाद हुआ था। बच्चों के स्कूलों को बहुत दूरी पर निर्धारित किया गया था। जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसी कारण इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है। आरटीई के तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवार के बच्चों को शहर के निजी स्कूलों में दाखिले दिए जाते हैं। इन छात्रों की फीस सरकार की ओर से स्कूलों को दी जाती है।