सीबीएसई ने स्कूलों को जारी ताजा निर्देश में कहा है कि स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह स्कूल प्रशासन की है। निर्देश में कहा गया है कि यह हर बच्चे का अधिकार है कि वह भय मुक्त माहौल और सुरक्षित वातावरण में शिक्षा प्राप्त करे और उसका किसी तरह शारीरिक या मानसिक शोषण या प्रताडऩा न हो। निर्देश में सभी स्कूलों को सीसीटीवी लगाने को कहा गया है और माली, चपरासी तथा ड्राईवर आदि का पुलिस सत्यापन भी करने का निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा छात्रों की सुरक्षा के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है। निर्देश में हर स्कूल में अभिभावकों, छात्रों तथा शिक्षकों के बीच एक समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जो बच्चों की शिकायतें सुनेंगे। सीबीएसई ने स्कूलों से यह भी कहा है की दो माह के भीतर स्कूल इस सम्बन्ध में अपनी कारवाई रिपोर्ट पेंश करें।
सीबीएसई की समिति गुरुग्राम छात्र हत्याकांड की जांच करेगीनई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने
शनिवार को कहा कि उसने गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल के सात वर्षीय छात्र की निर्मम हत्या की जांच के लिए एक समिति गठित की है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास
मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर ने इस हत्या को ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटनाÓ कहा है। दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न का शव स्कूल के शौचालय में मिला था। उसका गला रेता गया था और उसके शव के पास एक चाकू पाया गया था।
सीबीएसई ने कहा, हमने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है। अधिकारी ने कहा कि मामले में और विवरण बाद में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल शनिवार शाम तक बोर्ड को इस मामले में अपना जवाब दाखिल कर देगा। जावड़ेकर ने कहा, एक सात वर्षीय छात्र की हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के लिए बच्चों की सुरक्षा को लेकर चेतावनी हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, जांच जारी है और पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मुझे उम्मीद है कि मामले में न्याय होगा। जावड़ेकर ने साथ ही कहा कि यह हर स्कूल के लिए चिंता का विषय है।
गुरुग्राम स्कूल हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शन
गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल के सात वर्षीय छात्र की निर्मम हत्या के मामले में जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को स्कूल के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न का शव शुक्रवार को स्कूल के शौचालय में मिला था। उसका गला रेता गया गया था। गुस्साई भीड़ ने शनिवार को स्कूल के मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया। इस घटना पर न तो स्थानीय प्रशासन की तरफ से और न मनोहर लाल खट्टर सरकार की तरफ से टिप्पणी के लिए उपलब्ध हुआ।
सूत्रों ने बताया कि भोंडसी में स्थित स्कूल की प्रधानाध्यापिका को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा या किसी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा जांच की मांग की गई है।
प्रद्युम्न के माता-पिता समेत प्रदर्शनकारियों ने सोहना रोड पर पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और असली गुनहगार को गिरफ्तार करने की मांग की। महरौली-गुरुग्राम (एमजी) रोड पर उस अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन किया गया, जहां शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद से बच्चे का शव रखा है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि बच्चे के माता-पिता ने शव को ले जाने से इंकार कर दिया और कहा कि वे शव तभी ले जाएंगे, जब गुनहगारों को पकड़ा जाएगा।
बच्चे का शव परीक्षण करने वाले फॉरेंसिक एक्सपर्ट दीपक माथुर ने कहा, मृतक की गर्दन पर दो घाव थे। उसका गला लगभग पूरी तरह काट दिया गया था। उसकी मौत अत्यधिक खून बहने के कारण हुई है। परिवार का आरोप है कि पुलिस स्कूल प्रबंधन का पक्ष ले रही है।
पुलिस ने शुक्रवार रात स्कूल की बस के एक कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। पीडि़ता की मां ने प्रधानाध्यापिका को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। इस हत्या के विरोध में शहर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए और कई इलाकों में यातायात बाधित रहा। अभी तक स्कूल ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।