छात्रा ने कहा कि वह कॉलेज के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए पिछले पांच दिनों से महिला महाविद्यालय परिसर के पास बहुजन हेल्पडेस्क में काम कर रही थी। महिला महाविद्यालय परिसर में गुरुवार को जब छात्रा ने एक शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रवेश करने का प्रयास किया, तो गार्डों ने उसे रोक दिया। उन्होंने कथित तौर पर उसे शौचालय का उपयोग करने के लिए अस्पताल या कॉलेज परिसर में जाने को कहा।
छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर (Chief proctor) से अपनी लिखित शिकायत में कहा, उनका रवैया भेदभावपूर्ण, अमानवीय और गैरकानूनी था। छात्रा ने गार्डों के खिलाफ ‘तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई’ की मांग की है। राय ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने छात्रा की शिकायत प्राप्त की और व्यक्तिगत रूप से उसकी शिकायतों को सुनने के लिए उससे मुलाकात की। राय ने कहा, आरोपी गार्डों को तलब किया गया। उन्होंने दावा किया है कि छात्रा महिला होकर पुरुष शौचालय में जाने का प्रयत्न कर रहीं थी।
उन्होंने आगे कहा, हालांकि हमने इस बाबत एक पैनल का गठन किया है, जिसमें मामले की जांच के लिए दो महिला अधिकारी शामिल हैं। राय ने कहा कि समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।