कोविड-19 से संबंधित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए संकाय स्तर पर कोर कमिटी का गठन किया गया है। राज्य द्वारा जारी दिशा-निर्देशों या एसओपी के कार्यान्वयन और निगरानी के लिए विभिन्न समितियां समय-समय पर स्थितियों की समीक्षा करती रहेंगी। इसके आधार पर ही अन्य विभागों को भी खोलने के बारे में निर्णय लिया जाएगा। बीएचयू प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि विभाग के साथ ही कृषि विज्ञान, पर्यावरण एवं सतत विकास, चिकित्सा विज्ञान, पशु चिकित्सा विज्ञान के स्टूडेंट्स की ओर से गाइडलाइन तैयार की जा रही है। बीएचयू द्वारा आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि एसओपी स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर राज्य सरकार के दिशानिर्देशों पर आधारित होगा।
राज्य सरकार के आदेश के अनुसार, सात महीने के अंतराल के बाद फिर से खोलने की घोषणा करने वाला यह राज्य का पहला कॉलेज है। राज्य सरकार ने सोमवार को घोषणा की थी कि 23 नवंबर से राज्य के कॉलेज और विश्वविद्यालय फिर से खुलेंगे। उच्च शिक्षण संस्थानों को रोस्टर के आधार पर 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स की उपस्थिति के साथ फिर से खोला जाएगा। हालांकि, वैसे छात्र, शिक्षक और कर्मचारी जो कि कन्टेनमेंट जोन में रह रहे हैं, उन्हें संस्थानों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।