उन्होंने बताया कि पुस्तक ‘पापड़ वाला लडक़ा’ में उनके पापड़ बेचने की कहानी से लेकर बायोपिक बनने तक की कहानी को दर्शाया गया है। इसके अलावे इस पुस्तक में उनके सुपर 30 की स्थापना से लेकर आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को इंजीनियर बनाने की कहानी है। उन्होंने बताया कि मिनी सीरिज के तहत चार पुस्तकें ‘सक्सेस स्टेरी’, ‘पापड़वाला लडक़ा’, ‘एक हीरो का स्वागत’ और ‘सुपर 30 की ताकत’ है। इन पुस्तकों में सुपर 30 के कई छात्रों के संस्मरण को भी सम्मिलित किया गया है।
फिलहाल इसकी बिक्री ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन से हो रही है। उन्होंने बताया कि इन सभी पुस्तकों जबरदस्त ‘रिस्पांन्स’ मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि बीजू मैथ्यू इससे पहले भी आनंद पर पुस्तकें लिख चुके हैं, जिसे पेंगुइन पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है और तीन अन्य भाषाओं में अनुवाद भी पाठकों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। इस पुस्तक पर आने वाली फिल्म ‘सुपर 30’ भी आधारित है। अभी हाल में ही ‘ब्रिटिश कोलंबिया कम्युनिटी अचीवमेंट’ अवार्ड से बीजू मैथ्यू को सम्मानित किया गया था।