सही व्यवहार न करना
कई फ्रेश ग्रेजुएट्स सलेक्शन प्रोसेस के दौरान सही तरह से व्यवहार नहीं करते। कुछ समय पर फोन नहीं उठाते तो कुछ देर से इंटरव्यू के लिए पहुंचते हैं। एम्प्लॉयर ऐसा कैंडिडेट चुनना चाहते हैं तो विनम्र रहता है और सबका सम्मान करता है। आपको एम्प्लॉयर के साथ अच्छे से पेश आना चाहिए।
नेटवर्क नजरअंदाज करना
लोगों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार न करना आपकी बड़ी गलती हो सकती है। ज्यादातर नौकरियां रेफरेंस और उन लोगों के माध्यम से भरी जाती हैं, जिन्हें आप जानते हैं। नेटवर्किंग की शुरुआत नौकरी की जरूरत से पहले ही कर दें।
बिना जाने ईमेल्स भेजना Privet Jobs
कुछ जॉब खोजने वाले कैंडिडेट्स हर संभावित ईमेल पर अपना रेज्यूमे भेज देते हैं। ढेरों ईमेल्स भेजकर उन्हें लगता है कि नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। ऐसे आप लक्ष्य से भटक सकते हैं। हायरिंग डिसीजन करने वाले सीनियर मैनेजर्स ऐसे ईमेल्स को जंक की तरह ट्रीट करते हैं। यह अप्रोच जॉब सर्च में समय खराब करने की तरह है। इसके बजाय आपको टारगेट बनाकर ईमेल और रेज्यूमे भेजना चाहिए। इसके लिए संबंधित व्यक्ति से कम्यूनिकेशन भी करना चाहिए।
गलत कहानी कहना
अक्सर कैंडिडेट दो तरह से गलत बात कहते हैं। कई कैंडिडेट अपने रेज्यूमे में उपलब्धियों के बजाय जॉब डिस्क्रिप्शन बताते हैं। अपने रेज्यूमे में उपलब्धियों पर फोकस करें। इसके अलावा कई कैंडिडेट इंटरव्यू में सिर्फ यह बताते हैं कि वे अपने रोल से क्या चाहते हैं। इसके बजाय आपको फर्म की चुनौतियों और उनके समाधान पर बात करनी चाहिए।
पहनावा : संभावित एम्प्लॉयर से मिलते समय फॉर्मल ड्रेस पहनें। पहनावे से आपके व्यक्तित्व के बारे में पता लगता है।
ईमेल एड्रेस : जॉब सर्च के लिए सही ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल करें। मजाकिया नाम वाले ईमेल एड्रेस से बचें। अपनी ऑफिस आईडी का इस्तेमाल भी न करें।
टाइपिंग की गलतियां : आपके रेज्यूमे में टाइपिंग की गलतियां नहीं होनी चाहिए। कवङ्क्षरग लेटर में किसी और एम्प्लॉयर का नाम लिखने से बचें। स्पेलिंग और ग्रामर की जांच दो बार करना सही रहता है।
सोशल मीडिया पर छवि : प्रोफेशनल नेटवक्र्स पर अपना प्रोफाइल जरूर बनाएं। सोशल मीडिया पर अपने पिक्चर्स और कमेंट्स की भाषा पर गौर करें। इन्हें एम्प्लॉयर जांच सकता है।
फॉलोअप : अगर आप इंटरव्यू के बाद रिक्रूटर से फॉलोअप नहीं करते हैं तो अच्छा मौका गंवा सकते हैं।