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उल्लेखनीय है कि इस वर्ष कोविड 19 के कारण बोर्ड एग्जाम समय पर नहीं हो पाए थे और कुछ जगहों पर परीक्षा को स्थगित भी करना पड़ा था जिन्हें बाद में लिया गया था। इस बार ऐसा न हो इसलिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने परीक्षाओं के संचालन के पूर्व छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ त्रिस्तरीय संवाद की योजना बनाई है। शिक्षा मंत्री डॉ निशंक तीन अलग अलग तिथियों पर छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ वेबिनार के जरिए सीधे संवाद कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष कोविड 19 के कारण बोर्ड एग्जाम समय पर नहीं हो पाए थे और कुछ जगहों पर परीक्षा को स्थगित भी करना पड़ा था जिन्हें बाद में लिया गया था। इस बार ऐसा न हो इसलिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने परीक्षाओं के संचालन के पूर्व छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ त्रिस्तरीय संवाद की योजना बनाई है। शिक्षा मंत्री डॉ निशंक तीन अलग अलग तिथियों पर छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ वेबिनार के जरिए सीधे संवाद कर रहे हैं।
CBSE Board Exam नहीं होंगे ऑनलाइन
शिक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि इस वर्ष CBSE बोर्ड की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी वरन हमेशा की तरह यह एग्जाम हॉल में बैठकर ही देनी होगी। सीबीएसई अधिकारियों ने कहा है कि 2021 में होने वाली यह परीक्षा छात्रों को पहले की तरह कागज-पेन से ही देनी होगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है। बोर्ड की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी। ये परीक्षाएं बीते वर्षों की तरह सामान्य लिखित रूप में ली जाएंगी। हालांकि इसकी डेट अभी तय नहीं हुई है।
शिक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि इस वर्ष CBSE बोर्ड की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी वरन हमेशा की तरह यह एग्जाम हॉल में बैठकर ही देनी होगी। सीबीएसई अधिकारियों ने कहा है कि 2021 में होने वाली यह परीक्षा छात्रों को पहले की तरह कागज-पेन से ही देनी होगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है। बोर्ड की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी। ये परीक्षाएं बीते वर्षों की तरह सामान्य लिखित रूप में ली जाएंगी। हालांकि इसकी डेट अभी तय नहीं हुई है।
निशंक ने कहा कि लगातार स्कूल कॉलेज से दूर रह रहे छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई करना एक बड़ी चुनौती है। लेकिन इस चुनौती को अवसर में बदलने के लिए छात्रों को हमेशा तैयार रहना चाहिए। ऐसी परिस्थितियों में बेहतर संकल्प और इच्छाशक्ति के साथ पढ़ाई करवाना और समय पर रिजल्ट जारी करना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है जिससे छात्रों का एक वर्ष खराब होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्चुअल संवाद के बाद शिक्षा मंत्री राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं की समीक्षा करेंगे। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय के आदेशों के अनुसार ही एग्जाम को लेकर योजना बनाई जाएगी।