बदल सकता है 10वीं बोर्ड परीक्षा का नियम
सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी और गणित में आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था लागू करने के बाद उसमें भी बदलाव कर सकता है। 10वीं के प्रश्न पत्रों में बोर्ड अब वैकल्पिक (ऑब्जेक्टिव) प्रश्नों की संख्या कम करेगा। इसकी जगह विस्तार से लिखने वाले सवाल पूछे जाएंगे। इसका मकसद बच्चों की लेखन क्षमता बेहतर करने के साथ उनको रट्टा मारने की आदत से बचाना है।
बदला हुआ सैंपल पेपर जारी होगा
बोर्ड की मानें तो सभी तरह के बदलाव तय होने के बाद सीबीएसई सैंपल पेपर जारी करेगा जिससे छात्र नए परीक्षा पैटर्न और उसमें पूछे जाने वाले सवालों के बारे में अच्छे से जान और समझ सकें। वे नए पैटर्न के आधार पर ही परीक्षा की तैयारी भी कर सकें।
छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं
विशेषज्ञों की मानें तो परीक्षा पैटर्न में बदलाव को लेकर छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है। बोर्ड का मानना है कि सवाल घटेंगे तो पूछे गए सवालों के नंबर बढ़ेंगे जिसका उन्हें विस्तार से उत्तर देने का मौका मिलेगा।
25 की जगह जांचनी होंगी सिर्फ 20 कॉपियां
परीक्षा पैटर्न में बदलाव के साथ कॉपियों के जांचने की प्रक्रिया में भी बदलाव होगा। अब बोर्ड की कॉपी जांचने वाले शिक्षकों को 25 की जगह सिर्फ 20 कॉपियां जांचनी होंगी। इससे जांच प्रक्रिया त्रुटि रहीत होगी और परीक्षक को कॉपी जांचने के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा।