स्पेशल नीड्स वाले बच्चों को अब स्कूलों में स्पेशल ट्रीटमेंट मिल सकेगा। इसके लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने बोर्ड फॉर चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड्स योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना का लक्ष्य स्पेशल नीड्स वाले बच्चों को सामान्य विद्यार्थियों के साथ बराबरी पर खड़ा करना है।
इस योजना को प्रभावी तौर पर लागू करने के लिए सीबीएसई ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर बोर्ड फॉर चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड्स के लिए खास पॉलिसी तैयार करने के सुझाव मांगे हैं। पत्र में एक नए बोर्ड का गठन करने जिक्र किया गया है और योजना को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई है। इसमें लेवल ऑफ कनक्लूजन, एक्जामिनेशन जैसे विषयों पर फोकस किया गया है। प्राचार्यों से मिले सुझावों के बाद सीबीएसई इस योजना को अमल में लाएगा।
बोर्ड के पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ऐसे बच्चे जो स्लो लर्निंग के शिकार हैं। पढ़ने लिखने या समझने में अधिक वक्त लगाते हैं, उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट के जरिए आगे बढ़ाया जाएगा। ऐसे बच्चों के लिए शिक्षकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।
पिछले दिनों स्पेशल नीड्स वाले बच्चों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा था कि देशभर में स्पेशल नीड्स वाले ऐसे बच्चों की शिक्षा के लिए दिशानिर्देश क्यों तैयार नहीं किया जा सकता। ऐसा लगता है सीबीएसई ने इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार के आदेश का पालन किया है। इससे स्पेशल बच्चों को काफी लाभ होगा।