scriptचंडीगढ़ में अब स्कूली समय में नहीं चल सकेंगी निजी कोचिंग क्लासेज, जानिए क्यों ? | Chandigarh bans private coaching classes during school hours | Patrika News

चंडीगढ़ में अब स्कूली समय में नहीं चल सकेंगी निजी कोचिंग क्लासेज, जानिए क्यों ?

Published: Jun 19, 2018 06:15:47 pm

चंडीगढ़ में अधिकारियों ने मंगलवार को स्कूली घंटों के दौरान निजी कोचिंग कक्षाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा की।

ban

चंडीगढ़ में अब स्कूली समय में नहीं चल सकेंगी निजी कोचिंग क्लासेज, जानिए क्यों ?

चंडीगढ़ में अब निजी कोचिंग संस्थानों की शामत आने वाली है क्योंकि अब कोई भी निजी इंस्सीट्यूट स्कूली घंटो के दौरान ओपन नहीं हो सकेगा। चंडीगढ़ में अधिकारियों ने मंगलवार को स्कूली घंटों के दौरान निजी कोचिंग कक्षाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा की। जिला मजिस्ट्रेट अजीत बालाजी जोशी ने कहा, निजी संस्थानों के खिलाफ यह प्रतिबंध एक जुलाई से प्रभावी होगा।
ये भी पढ़ें: भोपाल के सांसद 100 मेधावी छात्रों को फ्री में कराएंगे कॉम्पीटिशन एग्जाम्स की कोचिंग

कोचिंग संस्थान की वजह से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, हमारे संज्ञान में आया है कि चंडीगढ़ शहर में ज्यादातर निजी कोचिंग संस्थान सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक खुले रहते हैं। ये कोचिंग संस्थान स्कूली बच्चों को ट्यूशन देने के व्यापार में शामिल हैं, इनका ट्यूशन का समय बच्चों के स्कूल के समय से टकराता है, जिस कारण बच्चों के लिए स्कूल में उपस्थित होना मुश्किल हो जाता है।
सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक नहीं चलेंगे कोचिंग
आदेश के मुताबिक, चंडीगढ़ के अधिकार क्षेत्र के भीतर आने वाले सभी निजी कोचिंग संस्थान सार्वजनिक हित में स्कूल जाने वाले बच्चों के समय ‘सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक’ कोचिंग नहीं देंगे। आदेश में जिक्र किया गया, “जो विद्यार्थी पहले से ही अंतिम परीक्षा दे रहे हैं, जो स्कूल से पास हो चुके हैं उन्हें इसमें छूट दी जाती है।”
ये भी पढ़ें: इस कॉलेज के छात्रों को मिलता है 50 लाख रुपए से अधिक का पैकेज, विदेश में लगती है नौकरी

निजी कोचिंग संस्थान बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे है
केंद्र शासित प्रदेश कैडर शिक्षा कर्मचारी संघ ने चिन्हित किया कि निजी कोचिंग संस्थान बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं और बच्चों को स्कूल जाने से रोक रहे हैं। जोशी ने कहा, “हमारे संज्ञान में आया है कि कई सरकारी स्कूलों और निजी स्कूलों के शिक्षक साथ मिलकर यह काम कर रहे हैं।”
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो