वहीं दूसरे नम्बर पर पसंद आइआइटी दिल्ली रही। जिसमें टॉप 100 रैंक तक आने वाले विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। तीसरे नम्बर पर आइआइटी मद्रास में टॉप 200, आइआइटी कानपुर में 213, आइआइटी खडगपुर में 272, आइआइटी रुडक़ी में 416, आइआइटी गुवाहाटी में 554, आइआइटी हैदराबाद में 777 और आइआइटी बीएचयू वाराणसी में सीएस ब्रांच में टॉप 908 रैंक तक के विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया।
इसके अलावा सभी 23 आइआइटी में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की स्थिति देखें तो इस ब्रांच में 5484 रैंक पर अंतिम प्रवेश मिल सका। यह प्रवेश आइआइटी जम्मू में लिया गया है।
ये रहीं अन्य टॉप ब्रांच
कम्प्यूटर साइंस के साथ कोर विषय की ब्रांच की ओर भी विद्यार्थियों का रुझान रहा। इनमें इलेक्ट्रीकल, मैथ्स एंड कम्प्यूटिंग, इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन, मैकेनिकल, सिविल एवं इकोनॉमिक्स ब्रांच भी प्राथमिकता में रही। आने वाले समय में कम्प्यूटर साइंस तथा इलेक्ट्रोनिक्स की बढ़ती मांग को देखते हुए विद्यार्थियों को रूझान इन दोनों सब्जेक्ट्स तथा इनसे जुड़े विषयों में लगातार बढ़ता ही रहा है।
कम्प्यूटर साइंस के साथ कोर विषय की ब्रांच की ओर भी विद्यार्थियों का रुझान रहा। इनमें इलेक्ट्रीकल, मैथ्स एंड कम्प्यूटिंग, इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन, मैकेनिकल, सिविल एवं इकोनॉमिक्स ब्रांच भी प्राथमिकता में रही। आने वाले समय में कम्प्यूटर साइंस तथा इलेक्ट्रोनिक्स की बढ़ती मांग को देखते हुए विद्यार्थियों को रूझान इन दोनों सब्जेक्ट्स तथा इनसे जुड़े विषयों में लगातार बढ़ता ही रहा है।
ये रही क्लोजिंग रैंक
आइआइटी – 2017 – 2018
मुम्बई – 62 – 59
दिल्ली – 104 – 100
रुडक़ी – 449 – 416
ओवरऑल – 6687 – 5484 क्यों चुनते हैं सीएस
कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का चयन करने का प्रमुख कारण सीएस के बढ़ते स्कोप के साथ बड़े पैकेज पर अच्छी कंपनियों में नौकरियों का मिल जाना है। देश-विदेश में भी अच्छे विकल्प हैं। विद्यार्थी कम्प्यूटर साइंस ब्रांच के साथ वेब डवलपर, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, डाटाबेस एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, सिस्टम डिजाइनर एवं नेटवर्किंग इंजीनियर आदि क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना रहे हैं।
– अमित आहूजा, कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट
आइआइटी – 2017 – 2018
मुम्बई – 62 – 59
दिल्ली – 104 – 100
रुडक़ी – 449 – 416
ओवरऑल – 6687 – 5484 क्यों चुनते हैं सीएस
कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का चयन करने का प्रमुख कारण सीएस के बढ़ते स्कोप के साथ बड़े पैकेज पर अच्छी कंपनियों में नौकरियों का मिल जाना है। देश-विदेश में भी अच्छे विकल्प हैं। विद्यार्थी कम्प्यूटर साइंस ब्रांच के साथ वेब डवलपर, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, डाटाबेस एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, सिस्टम डिजाइनर एवं नेटवर्किंग इंजीनियर आदि क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना रहे हैं।
– अमित आहूजा, कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट