कोरोना के कारण उत्पन्न हुए हालात का असर उनकी नौकरी, शिक्षा व मानसिक स्वास्थ्य पर भी हुआ है। सर्वे में 112 देशों के 12 हजार युवा (जिनकी उम्र 18 से 29 वर्ष के बीच है) शामिल हुए। हर दो में से एक युवा अवसाद का शिकार हुआ है। जिनकी शिक्षा या नौकरी छिन गई, उनमें अवसाद की दर बाकी युवाओं के मुकाबले दोगुनी मिली। सर्वे में मानसिक स्वास्थ्य, नौकरी, शिक्षा के बीच संबंध बताया गया है।
38 प्रतिशत को भविष्य की चिंता
रिपोर्ट के अनुसार 38 प्रतिशत युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। कोरोना के चलते यह चिंता अब और भी बढ़ गई है। वहीं हर छह में से एक युवा को कोरोना संकट के खत्म होने तक अपना काम रोकना पड़ रहा है।
42 फीसदी की आय में हुई कटौती
लगभग 73 प्रतिशत युवा ऐसे हैं, जो कोरोना संकट से पहले पढ़ाई में जुटे थए। शिक्षण संस्थान बंद होने के बाद वे ऑनलाइन एजुकेशन लेने में सक्षम नहीं है। 13 फीसदी युवा शिक्षा से महरूम हो गई हैं। 17 फीसदी बेरोजगार हो गई जबकि 42 फीसदी युवाओं की इनकम में कटौती हो गई है।